बिना स्वास्थ्य जांच का किया जा रहा होम क्वारंटाइन
प्रखंड कार्यालय के समीप शिवम भवानी में संचालित ट्रांजिट कैंप में सोमवार को बाहर से आए प्रवासी मजदूरों का बिना स्वास्थ्य जांच किये ही सभी को होम क्वारंटाइन करने का मामला प्रकाश में आया है। कैंप के...
प्रखंड कार्यालय के समीप शिवम भवानी में संचालित ट्रांजिट कैंप में सोमवार को बाहर से आए प्रवासी मजदूरों का बिना स्वास्थ्य जांच किये ही सभी को होम क्वारंटाइन करने का मामला प्रकाश में आया है। कैंप के प्रभारी संध्यानंद सिंह ने बताया कि स्वास्थ्य परीक्षण के लिए कई बार सूचना दी गई। लेकिन मेडिकल टीम केंद्र पर नहीं पहुंची।
जिस कारण से 19 प्रवासियों को होम क्वारंटाइन का चिट्ठा देकर घर भेजा दिया गया। इस संबंध में महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले से आए प्रवासी मजदूरों ने बताया कि रविवार की देर रात वे लोग केंद्र पर पहुंचे। लेकिन सुबह से 12 बजे दिन तक डॉक्टर द्वारा स्वास्थ्य परीक्षण नहीं किया गया था। जिसके कारण वे लोग घर चले गए। ये सभी प्रवासी चाफा, सती स्थान एवं कोरियन गांव के रहने वाले हैं।
स्वास्थ्य जांच की गति बहुत धीमी: असरगंज। प्रखंड क्षेत्र के क्वारंटाइन सेंटर पर प्रवासी मजदूरों के आने का सिलसिला लगातार जारी है। क्षेत्र के सभी केंद्रों पर प्रवासी मजदूरों की संख्या 1267 थी। जिसमें 338 प्रवासी मजदूरों को क्वारंटाइन सेंटर से होम क्वारंटाइन किया गया। सभी केंद्रों में अभी 950 से अधिक प्रवासी मजदूर हो चुके हैं। लेकिन मेडिकल टीम द्वारा अब तक मात्र 68 संदिग्ध मरीजों का ही सैंपल लिया गया है। जिसमें 10 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।स्वास्थ्य जांच की धीमी गति होने से केंद्र में रह रहे अन्य प्रवासियों में दहशत का माहौल व्याप्त है। प्रवासी मजदूरों का कहना है कि मेडिकल टीम द्वारा जांच नहीं होने से कोरोना संक्रमण फैलने का खतरा सताने लगा है। मालूम हो कि विगत 3 मई से प्रखंड में क्वारंटाइन सेंटर संचालित किया जा रहा है। प्रवासी मजदूरों ने जिलाधिकारी से मेडिकल व्यवस्था दुरुस्त कराने एवं कवारेंनटाइन सेंटर में रह रहे प्रवासियों का स्वास्थ्य जांच कराने की मांग की है।
