बादशाही पुल का साइड दीवार एक वर्ष पहले तोड़ा, बैरिकेडिंग भी नहीं, हो रहे हादसे
ने से कई दुर्घटनाएं हो चुकी है। दो की जान भी दुर्घटना में जा चुकी है। इसके बावजूद पुल निर्माण का काम बंद पड़ा हुआ है। एनएच 80 कार्य एजेंसी बादशाही पुल

बरियारपुर,निज संवाददाता। बरियारपुर में बादशाही पुल का निर्माण कार्य अबतक शुरू नहीं हो पाया है। जबकि पुल का साइड दीवार करीब एक साल पहले तोड़ दिया गया है। साइड दीवार टूटे रहने से कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। साइड दीवार तोड़े जाने के बाद बैरिकेडिंग नहीं किए जाने से कई दुर्घटनाएं हो चुकी है। दो की जान भी दुर्घटना में जा चुकी है। इसके बावजूद पुल निर्माण का काम बंद पड़ा हुआ है। एनएच 80 कार्य एजेंसी बादशाही पुल निर्माण के लिये पुल के पश्चिमी भाग के दीवार को करीब एक साल पूर्व तोड़ दिया। पुल निर्माण के लिए पाईिंलग टेस्टिंग का काम भी कई महीने पूर्व पूरा हो चुका हैं। लेकिन निर्माण कार्य बंद पड़ा हुआ है।
बरियारपुर में बादशाही पुल का निर्माण 1885 में कराया गया था। करीब 125 साल पुराना पुल जर्जर हो गया है। पुराने पुल की जगह नया पुल का निर्माण कराया जाना है।
अबतक हो चुकी है कई दुर्घटनाएं: बरियारपुर बादशाही पुल के समीप अबतक कई दुर्घटनाएं हो चुकी है। दो लोगों जान भी गंवा चुके हैं। 11 दिसंबर को बादशाही पुल के समीप सड़क पार करने के क्रम में में करेली दशरथपुर निवासी सुधीर राय का पुत्र रंजीत राय की ट्रक से कुचल जाने से मौत हो गयी थी। इसके पहले अक्टूबर महीने में बादशाही पुल के समीप ही ट्रक से कुचल जाने से मुंगेर के एक युवक मोहम्मद आलम की मौत हो गयी थी।
न बैरिकेडिंग न डीमार्क: बादशाही पुल के दोनों तरह सड़क जर्जर है। पुल का पश्चिमी दीवार तोड़े जाने से नदी में गिरने का भय बना रहता है। जिस जगह पर दीवार को तोड़ा गया है उस जगह पर कार्य एजेंसी द्वारा अबतक लोगों की सुरक्षा के लिए बैरिकेडिंग नहीं किया गया है। रस्सी से डीमार्क भी नहीं किया गया है। जिसके कारण पुल पर गुजरने वाले वाहनों को आवागमन में हादसा होने का भय बना रहता है।
डायवर्जन भी नहीं बना: बादशाही पुल के बगल में अबतक वाहनों के परिचालन के लिए डायवर्जन नहीं बनाया गया है। करीब एक सप्ताह पूर्व डायवर्जन का काम शुरू किया गया लेकिन उतरी तरफ कब्रिस्तान का दीवार रहने के कारण डायवर्जन नहीं बन पाया है।
अबतक जमीन नहीं हुआ है खाली: बादशाही पुल के दोनों तरफ एनएच 80 का सरकारी जमीन है। जिस जमीन पर पक्का मकान बना है। भू अर्जन विभाग द्वारा पुल निर्माण के लिये स्थानीय भूस्वामियों का जमीन भी अधिग्रहण किया गया है। भूस्वामियों को कई बार मुआवजा राशि के लिए नोटिस भी भेजा गया। इसके बावजूद जमीन खाली नहीं किया गया है। पुल के बगल के जमीन पर दर्जनों लोगों ने अवैध कब्जा कर रखा है।
क्या कहते है स्थानीय लोग: एनएच 80 के चौड़ीकरण के कार्य से लोगों में खुशी है। लेकिन बादशाही पुल की जगह नया पुल नहीं बन पाने से स्थानीय लोगों की परेशानी बढ़ गई है। सड़क जाम प्राय: रोज होता है। स्थानीय विजय सिंह, शैलेंद्र कुमार सिंह, संतोष कुमार आदि ने कहा कि पुल का निर्माण अबतक नहीं होने से आवागमन में परेशानी हो रही है। प्रशासन की उदासीनता के कारण पुल का निर्माण कार्य बंद पड़ा हुआ है।
बोले कार्यपालक अभियंता:
बादशाही पुल का निर्माण कार्य तबतक शुरू नहीं हो पायेगा जबतक प्रशासन के द्वारा सरकारी जमीन को अतिक्रमण मुक्त नहीं कराया जाएगा। जमीन खाली कराने के लिए कई बार पत्र संबंधित अधिकारी को दिया गया है। जमीन उपलब्ध नहीं होने के कारण बादशाही पुल का निर्माण कार्य बंद है।
साकेत कुमार
कार्यपालक अभियंता, एनएच 80
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