केंद्र सरकार की नीति मजदूर विरोधी
केंद्रीय व स्थानीय समस्याओं को लेकर ईस्टर्न रेलवे मेंस यूनियन (ईआरएमयू), शाखा जमालपुर कारखाना की ओर से गुरुवार को आम सभाएं आयोजित की गईं। यह सभा सुबह में गेट संख्या छह व शाम में गेट संख्या एक के...
केंद्रीय व स्थानीय समस्याओं को लेकर ईस्टर्न रेलवे मेंस यूनियन (ईआरएमयू), शाखा जमालपुर कारखाना की ओर से गुरुवार को आम सभाएं आयोजित की गईं। यह सभा सुबह में गेट संख्या छह व शाम में गेट संख्या एक के समक्ष आयोजित थी।
सचिव वीरेंद्र प्रसाद यादव ने कहा कि केंद्र की नीति व सिद्धांत मजदूर विरोधी है। सभा की अध्यक्षता करते हुए कार्यकारी अध्यक्ष युगल किशोर यादव ने करते हुए कहा कि अंग्रेजों द्वारा दी गई सुविधाएं डब्लूएमटी (श्रमिक) टे्रन की बंद किये हुए महीना बीत गया है।
डीआरएम मोहित कुमार ने कारखाना के समय टे्रने देने तथा जगह जगह ठहराव करने का वायदा किया था, जो लागू नहीं किया है। इससे कारखानाकर्मियों में भारी आक्रोश है। उन्होंने कहा कि अगर जल्द ही कोई वैकल्कि व्यवस्था लागू नहीं होती है, तो यूनियन पदाधिकारी कारखानाकर्मियों के साथ आंदोलित हो उठेंगे। डॉ. विवेक राय कमेटी की सिफारिशों को नमो सरकार धीरे-धीरे लागू कर रही है। इसका विरोध भारत वर्ष में होगा। उन्होंने कहा कि एआईआरएफ के प्रयासों के बावजूद केंद्र सरकार मजदूर विरोधी नीति की कानून बनाने पर तुली है।
उन्होंने जनरल ग्रुप लिपिक के रिक्त पदों को अतिशीघ्र भरने की मांग की है। संयुक्त मंत्री ओमप्रकाश साह रेल प्रशासन द्वारा हेल्पर और खलासी को नन सेफ्टी घोषित करने पर क्षोब व्यक्त किया है।
उन्होंने कहा कि सुरक्षा सिर्फ अधिकारियों तक सीमित रहना न्यायचित नहीं है। यह नहीं भूलना चाहिए कि छोटे कर्मचारियों में भी जान बसती है।
मो. बहाबउद्दीन ने कहा कि रेलवे अस्पताल की आधुनिकीकरण पर बल दिया, तथा दवाइयां और विशेषज्ञ चिकित्सकों की कमी पूर्ति करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि कर्मियों की कमी से मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इसलिये जनहित में अस्पताल में कर्मियों की कमी को पूरा करना आवश्यक हो गया है। मौके पर शैलेंद्र कुमार, केएन विश्वास, राजेंद्र, मनोज, टुनटुन ठाकुर, दीपक सिन्हा, रंजीत कुमार, विजय कुमार, विपिन कुमार पूरण सोरेन, गोपाल जी, शिशिर कुमार सहित काफी संख्या में कर्मी मौजूद थे।