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आर्सेनिक युक्त पानी पीने को विवश हैं तारापुर दियारा पंचायत के लोग

मुंगेर के तारापुर दियारा पंचायत के वार्ड 12, 13 और 15 में लोग आर्सेनिक युक्त पानी पीने को मजबूर हैं। 2006 में आर्सेनिक पानी का पता चलने के बाद भी शुद्ध पानी के लिए जलमीनारों में वाटर ट्रीटमेंट प्लांट...

Newswrap हिन्दुस्तान, मुंगेरSat, 28 Dec 2024 12:37 AM
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आर्सेनिक युक्त पानी पीने को विवश हैं तारापुर दियारा पंचायत के लोग

मुंगेर, निज प्रतिनिधि। तारापुर दियारा पंचायत के वार्ड संख्या 12, 13 और 15 रहिया, दिवानी टोला तथा फुलकिया के लोग आर्सेनिक युक्त पानी पी रहे हैं। वर्ष 2006 में आर्सेनिक पानी का पता चलने पर पीएचईडी को शुद्ध पानी उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी दी गई। विभाग की ओर से शुद्ध पानी के लिए जलमीनार के अंदर वाटर ट्रीटमेंट प्लांट लगाया गया। लेकिन वाटर ट्रीटमेंट को अबतक चालू नहीं किया गया है। आज भी बारिंग के जरिये सीधे पानी की सप्लाई की जा रही है। आर्सेनिक युक्त पानी की वजह से यहां के संपन्न लोग पानी खरीद कर पी रहे हैं। जबकि आर्थिक रूप से कमजोर लोग आर्सेनिक युक्त जहरीले पानी पीने को मजबूर हैं। आर्सेनिकयुक्त पानी पीने से बीमार हो रहे लोग:

लोगों को शुद्ध पानी मिल सके, इसके लिये सभी जलमीनारों में वाटर ट्रीटमेंट प्लांट तो लगाया गया है, लेकिन वाटर ट्रीटमेंट का उपयोग आज तक नहीं किया गया है। जिसके कारण आर्सेनिकयुक्त पानी पीने से रहिया, दिवानी टोला तथा फुलकिया के लोग अस्वस्थ्य जिंदगी जीने को मजबूर हैं। ग्रामीणों का कहना है कि इस ओर अगर शुरूआत से ही ध्यान दिया जाता तो ऐसी स्थिति उत्पन्न नहीं होती। करीब 5 हजार परिवार आर्सेनिक पानी से प्रभावित हैं।

क्या कहते हैं ग्रामीण:

तारापुर दियारा पंचायत के वार्ड नंबर 12, 13 तथा 15 में 110 प्रतिशत पानी में आर्सेनिक है। आर्सेनिक पानी पीने से यहां के लोग अस्वस्थ्य जिंदगी जीने को विवश हैं। इस ओर सरकार व विभाग को ठोस पहल कर लोगों को शुद्ध पानी उपलब्ध कराया जाना चाहिये।

अर्जुन यादव, रहिया।

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2006 के पहले हमलोगों को आर्सेनिक पानी के संबंध में कोई जानकारी नहीं थी। पानी टेस्टिंग कराये जाने के बाद इस क्षेत्र के भूगर्भीय जलस्तर में 110 प्रतिशत आर्सेनिक होने का पता चला। जिसके बाद से हमलोग सतर्क हुए। लेकिन ना समझी के कारण अबतक कई लोग गंभीर बीमारी की चपेट में आ गये हैं।

कृष्णानंद मंडल,रहिया।

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हमलोगों के लिये आर्सेनिक की समस्या काफी गंभीर है। जानकारी नहीं रहने के कारण हमलोगों ने आर्सेनिक के कारण बहुत कुछ खो दिया है। अब हमलोग सरकार से यही अपेक्षा करते हैं कि शुद्ध पानी की व्यवस्था कराई जाये। जिससे कि आने वाले पीढ़ियों को पानी से संबंधित परेशानी नहीं हो।

घनश्याम मंडल, दिवानी टोला।

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आर्सेनिक पानी की वजह से मैं कई वर्षों तक कैंसर पीड़ित रहा। इलाज के बाद अब ठीक हूं। लेकिन गांव तथा पंचायत के अंदर आर्सेनिक मुक्त पानी की व्यवस्था नहीं की जाती है, तो इस क्षेत्र के लोगों की परेशानी कम नहीं होगी। आर्सेनिक पानी के कारण लोग बीमार पड़ते रहेंगे।

राजेश चौधरी, दिवानी टोला फुलकिया।

बोले अधिकारी:

तारापुर दियारा ही नहीं गंगा नदी से सटे कई पंचायतों में आर्सेनिक पानी की समस्या है। ग्रामीणों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिये विभाग दर्जनों जलमीनार में वाटर ट्रीटमेंट प्लांट लगाया है, जिसके माध्यम से लोगों को शुद्ध पानी दिया जा रहा है। दिवानी टोला में बंद पड़े वाटर ट्रीटमेंट प्लांट को भी चालू कराया जायेगा।

अविरंजन, कार्यपालक अभियंता, पीएचईडी मुंगेर।

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