दिन में वार्ता के बाद समझौता, आज से होगा कचरा उठाव
दस दिनों से जलालत झेल रहे मुंगेर शहरवासियों को अब कूड़े की दुर्गंध से निजात मिलने वाली है। मंगलवार से शहर के सभी इलाकों में नगर निगम के सफाई कर्मचारी कूड़े का उठाव शुरू कर देंगे। सफाई कर्मियों की हड़ताल...
दस दिनों से जलालत झेल रहे मुंगेर शहरवासियों को अब कूड़े की दुर्गंध से निजात मिलने वाली है। मंगलवार से शहर के सभी इलाकों में नगर निगम के सफाई कर्मचारी कूड़े का उठाव शुरू कर देंगे। सफाई कर्मियों की हड़ताल के चलते शहर में जगह-जगह कूड़े का ढेर लग गया है। कई जगह मृत पशुओं को रख दिया गया था। वार्ता के बाद जारी समझौता पत्र में हड़ताल को स्थगित करने की बात कही गई है। नगर निगम प्रशासन तथा संघ के महासचिव ब्रह्मदेव महतो के साथ सोमवार को हुई लंबी वार्ता के बाद नगर निगम सफाईकर्मियों का हड़ताल समाप्त हो गया है। आज से सभी सफाई कर्मी काम पर वापस लौट आयेंगे। संघ के साथ हुई वार्ता के बाद नगर आयुक्त श्रीकांत शास्त्री ने बताया कि सरकार के आदेश से हटाए गए सभी दैनिक सफाई कर्मी पहले की तरह यथवत काम करते रहेंगे। साथ ही हड़ताल अवधि में उनपर किए गए कानूनी कार्रवाई को भी वापस ले लिया जायेगा।
वहीं अंतर वेतन के एरियर का भुगतान आंवटन आने के 15 दिनों के उपरांत कर दिया जायेगा। वार्ता सौहार्द्र पूर्ण वातावरण में संपन्न हुई। मौके पर मेयर रूमाराज, उप नगर आयुक्त आयुक्त श्यामनंदन प्रसाद एवं दीनानाथ, पार्षद बेबी चंकी सहित कई पार्षद, अधिकारी व कर्मचारी संघ के सदस्य मौजूद थे। पिछले दस दिनों से नगर निगम में ताला लटका पड़ा है। जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र से लेकर निगम के सभी कार्य ठप पड़े हैं। नतीजतन निगम क्षेत्र के सभी मोहल्लों के चौक-चौराहे पर कूड़ा बिखड़ा पड़ा है। 10 वें दिन हड़ताल जारी रहने से करीब 1000 टन से अधिक कचरा सड़कों पर फैल गया। वैकल्पिक व्यवस्था नहीं होने से सुधार की गुंजाइश भी नहीं दिखी। सड़क पर कचरा है और कचरे पर वाहन दौड़ रहे हैं। वहीं हड़ताल पर गए 300 दैनिक वेतन भोगी मजदूर अपनी मांगों पर अड़े हैं। उनके समर्थन में एक फरवरी से पूरे नगर निगम के कर्मी भी कूद पड़े ।