ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News बिहार मुंगेरयौगिक जीवनशैली से संयम के सद्गुण को अपनाएं: निरंजनानंद

यौगिक जीवनशैली से संयम के सद्गुण को अपनाएं: निरंजनानंद

हर साल की तरह इस साल भी अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर बिहार योग विद्यालय ने एक थीम दिया है। इस साल कोविड-19 के कारण रोग प्रतिरोधक क्षमता विकसित करने के लिए सेहत और स्वास्थ्य पर फोकस तो किया ही गया है।...

यौगिक जीवनशैली से संयम के सद्गुण को अपनाएं: निरंजनानंद
हिन्दुस्तान टीम,मुंगेरSun, 21 Jun 2020 01:28 AM
ऐप पर पढ़ें

हर साल की तरह इस साल भी अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर बिहार योग विद्यालय ने एक थीम दिया है। इस साल कोविड-19 के कारण रोग प्रतिरोधक क्षमता विकसित करने के लिए सेहत और स्वास्थ्य पर फोकस तो किया ही गया है। साथ ही यौगिक जीवन प्रारंभ दिवस के रूप में योग दिवस को मनाने की संदेश दिया गया है। इसके तहत योग दिवस और पूरे वर्ष के लिए यम-नियम (क्षमा और नमस्कार)को समर्पित किया गया है। कोरोना संक्रमण को देखते हुए घर में रहते हुए अपने परिवार के साथ योगाभ्यास का संदेश दिया गया है।

योग विद्यालय की ओर से योग दिवस की पूर्व संध्या में कहा गया है कि अपने प्रति सजग रहें। साथ ही परिवार और कार्य क्षेत्र के सहयोगियों के साथ अपने व्यवहार का अवलोकन करें और उसे बेहतर बनाएं। यम-नियम के तहत क्षमा एक महत्वपूर्ण कड़ी है। तनाव, चिड़चिड़ापन, प्रबल भावनात्मक उद्वेगों का क्षमा ऋारा शमन करना चाहिए। क्षमा से मन शांत बना रहता है और स्पष्ट निर्णय लेने में सुविधा होती है। नमस्कार के तहत अपने वाणी और व्यवहार में विनम्रता लाने की जरूरत है। अहंकार और क्रोध जनित अनेक समस्याओं के लिए विनम्रता अचूक औषधी है।

बिहार योग विद्यालय के परमाचार्य पद्म भूषण निरंजनानंद सरस्वती ने छठे अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर अपने संदेश में कहा है कि वर्तमान समय आध्यात्मिक, यौगिक जीवनशैली जीने का और अपनी दिनचर्या को सुव्यवस्थित करने का अवसर है। हम अपनी व्यक्तिगत जीवनशैली को बदलकर स्वयं के साथ और अपने परिवार, समाज, और धरती मां के साथ सुंदर संबंध बना सकते हैं। इस लक्ष्य को पाने के लिए हमें अपने जीवन में संयम के सदगुण को विकसित करना होगा।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें