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मुंगेर में 383 परीक्षार्थियों ने नहीं दी एसटीईटी

माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा (एसटीईटी) बुधवार को शहर के छह परीक्षा केन्द्रों पर कदाचारमुक्त एवं शातिपूर्वक संपन्न हुई। परीक्षा में कुल 3910 परीक्षार्थी के बदले 3427 परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल...

मुंगेर में 383 परीक्षार्थियों ने नहीं दी एसटीईटी
हिन्दुस्तान टीम,मुंगेरTue, 28 Jan 2020 11:33 PM
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माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा (एसटीईटी) बुधवार को शहर के छह परीक्षा केन्द्रों पर कदाचारमुक्त एवं शातिपूर्वक संपन्न हुई। परीक्षा में कुल 3910 परीक्षार्थी के बदले 3427 परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल हुए। जबकि 383 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे। हिन्दी, अंग्रेजी, उर्दू, संस्कृत, गणित, विज्ञान व सामाजिक विज्ञान विषयों के पहले पेपर की परीक्षा पहली पाली में ली गई। जबकि, दूसरी पाली में अंग्रेजी, गणित, भौतिकी, रसायनशास्त्र, प्राणी विज्ञान, वनस्पतिशास्त्र, कम्प्यूटर साइंस व मैथिली विषयों की परीक्षा आयोजित की गई। सभी परीक्षा केन्द्रों के बाहर समय से पूर्व ही परीक्षार्थी परीक्षा देने के लिये पहुंच गए थे। परीक्षा को लेकर पूरे दिन शहर में हलचल बनी रही। कई जगह जाम की स्थिति देखने को मिली।

इन विद्यालयों को बनाया गया था परीक्षा केन्द्र: परीक्षा के लिये मुंगेर शहर में कुल छह परीक्षा केन्द्र बनाए गए थे। जिसमें मॉडल स्कूल, बैजनाथ गर्ल्स स्कूल, टाउन स्कूल, जिला स्कूल, उपेन्द्र ट्रेनिंग तथ जिला स्कूल को परीक्षाकेन्द्र बनाया गया था। मॉडल स्ूकल में प्रथम पाली में 620 परीक्षार्थियों के परीक्षा देने की व्यवस्था की गई थी जिसमें 559 परीक्षार्थी शामिल हुए। जबकि 61 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे। इस प्रकार टाउन स्कूल में प्रथम पाली में 615 में 552, द्वितीय पाली में 610 में 513, लॉ कॉलेज में प्रथम पाली में 500 में 431, द्वितीय पाली में 2 में 2, जिला स्कूल में प्रथम पाली में 511 में 448, द्वितीय पाली में329 में 267, बैजनाथ गर्ल्स स्कूल में प्रथम पाली में 400 में 360 तथा द्वितीय पाली में 0, उपेन्द्र ट्रेनिंग स्कूल में प्रथम पाली में 323 में 295 परीक्षार्थी शामिल हुए।

परीक्षा को लेकर की गई थी विशेष तैयारी : परीक्षा शुरू होने से आधा घंटा पहले तक ही अभ्यर्थियों को इंट्री दी गई। एडमिट कार्ड व कलम के अलावा अन्य कोई सामान परीक्षा हॉल तक अभ्यर्थी को नहीं ले जाने दिया गया। एक बेंच पर दो से अधिक परीक्षार्थी को बैठने की इजाजत नहीं दी गई। जबकि 20 परीक्षार्थियों पर एक वीक्षक को तैनात किया गया था। जबकि, हर कमरा में दो वीक्षकों को रखा गया था। घड़ी, बैग, पर्स, मोबाइल, इलेक्ट्रॉनिक्स गजट व जूता-मोजा के साथ हॉल में जाने की इजाजत नहीं दी गई।

सिलेबस के अनुसार ही आये सारे प्रश्न : सामाजिक विज्ञान के प्रश्न पर अभ्यर्थी के आउट ऑफ सिलेबस सवाल पूछे जाने पर बोर्ड अध्यक्ष आनंद किशोर ने अभ्यर्थी के सवाल को निराधार बताते हुए कहा कि चूंकि सामाजिक विज्ञान में कई विषय शामिल हैं। ऐसे में एसटीईटी में सारे विषयों से प्रश्न पूछे जाने थे। सारे प्रश्न एसटीईटी सिलेबस के अनुसार ही पूछे गये हैं।

दस सेटों में थे प्रश्न पत्र : बिहार बोर्ड ने एसटीईटी के प्रश्न पत्र के लिए दस सेट तैयार किया था। पेपर-1 और पेपर-2 की परीक्षा में 150-150 अंकों का प्रश्न पूछे गए थे। सभी प्रश्न एक-एक अंक के थे। केंद्र पर देरी से आने वाले परीक्षार्थ को प्रवेश नहीं दिया गया। परीक्षा देने आयी दीपिका ने बताया कि प्रश्न काफी आसान थे। नेगेटिव मार्किंग नहीं होने की वजह से सभी प्रश्नों को टच की हूं। रीजनिंग और मैथ के प्रश्न भी अच्छे थे। खुशबू कुमारी ने कहाहल्के प्रश्न होने के कारण क्वालिफाइंग मार्क्स बढ़ सकता है।

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