
राजद का बागी नहीं माना; मुकेश सहनी ने गौड़ाबौराम में भाई संतोष को बिठाया, अफजल को समर्थन
संक्षेप: मुकेश सहनी ने दरभंगा जिले की गौड़ाबौराम सीट से अपने भाई संतोष सहनी को बिठाकर राजद के बागी लेकिन लालटेन सिंबल पर चुनाव लड़ रहे अफजल अली खान का समर्थन कर दिया है। सहनी ने कहा कि बड़ी लड़ाई के लिए त्याग छोटा है।
बिहार चुनाव के पहले चरण के मतदान से दो दिन पहले मुकेश सहनी ने विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के अध्यक्ष और अपने भाई संतोष सहनी को दरभंगा जिले की गौड़ाबौराम सीट से बिठाकर राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के लालटेन सिंबल पर चुनाव लड़ रहे राजद के बागी अफजल अली खान का समर्थन कर दिया है। सत्ता विरोधी वोट बंटने से दोनों की हार का खतरा था। राजद ने अफजल को मनाने की कोशिश की, लेकिन वो पीछे हटने को तैयार नहीं थे। सहनी ने भाई को बिठाने को बड़ी लड़ाई के लिए छोटा त्याग कहा है। मुकेश इस सीट पर भाई के लिए काफी मेहनत कर रहे थे, लेकिन अफजल खान के अलावा असदुद्दीन ओवैसी और जन सुराज पार्टी के मुसलमान कैंडिडेट के कारण एनडीए को फायदा का डर विपक्ष को सता रहा था।

असल में, लालू यादव और तेजस्वी यादव ने अफजल को महागठबंधन के सीट बंटवारे से पहले ही सिंबल दे दिया था और उन्होंने नामांकन भी कर दिया था। बाद में तेजस्वी ने यह सीट मुकेश सहनी को दी। पहले तो मुकेश सहनी खुद यहां से लड़ने वाले थे और मीडिया को यही कहकर दरभंगा गए थे कि वो पर्चा भर रहे हैं। लेकिन बाद में अफजल अली खान के जिद पकड़ने की बात जानकर भाई संतोष सहनी से पर्चा भरवाया था।
लालू यादव ने आरजेडी कैंडिडेट अफजल को पार्टी से निकाला, तेजस्वी ने सहनी के पक्ष में बैठने कहा था
तेजस्वी यादव ने अफजल से मैदान से हटने कहा, लेकिन वो नहीं माने। चुनाव का पर्चा सही होने के कारण उन्हें लालटेन चुनाव चिह्न भी मिल गया। तेजस्वी संतोष सहनी का प्रचार करने गए तो कहकर आए थे कि अफजल की चिंता लोग उनके ऊपर छोड़कर महागठबंधन के संतोष सहनी को वोट दें। राजद अध्यक्ष लालू यादव ने सोमवार को अफजल को पार्टी से निकाल भी दिया था। तेजस्वी ने आज सुबह भी संतोष के समर्थन में बयान दिया था। लेकिन अब मुकेश सहनी ने भाई को बिठाकर वहां महागठबंधन के वोटरों की उलझन दूर करने की बड़ी कोशिश की है।
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मुकेश सहनी ने दरभंगा में इसकी घोषणा करते हुए कहा कि कई बार अफजल को समझाने का प्रयास किया गया, लेकिन वे नहीं माने इसलिए वीआईपी के कैंडिडेट संतोष सहनी ने बड़ा दिल दिखाते हुए उनके समर्थन में बैठ गए हैं। सहनी ने कहा कि दोनों चुनाव मैदान में रहते तो इसका लाभ एनडीए को मिलता। उन्होंने कहा कि यह एक विधायक नहीं, महागठबंधन सरकार बनाने की लड़ाई है। राजद प्रत्याशी जीतेंगे तो भी सरकार महागठबंधन की ही बननी है। मुकेश सहनी ने वीआईपी के कार्यकर्ताओं से अफजल की जीत के लिए काम करने कहा है और महागठबंधन में फ्रेंडली फाइट वाली सीटों पर किसी एक दल से बड़ा दिल दिखाने की अपील की है।





