पांच घंटे तक ठप रही आवाजाही
एम्बुलेंस चालक रमेश कुमार की दुर्घटना में मौत के बाद परिजनों व एंबुलेंस चालकों के बवाल के कारण पांच घंटे तक अस्पताल रोड में आवागमन बाधित रहा। इससे लोगों को आने-जाने में काफी परेशानी हुई। कचहरी व अन्य...
एम्बुलेंस चालक रमेश कुमार की दुर्घटना में मौत के बाद परिजनों व एंबुलेंस चालकों के बवाल के कारण पांच घंटे तक अस्पताल रोड में आवागमन बाधित रहा। इससे लोगों को आने-जाने में काफी परेशानी हुई। कचहरी व अन्य जगह जाने वालों को दूसरे रूट से जाना पड़ा। ।
आउटडोर सेवा ठप रहने से मरीज रहे परेशान:सदर अस्पताल के आउट डोर को बंद करा देने व अस्पताल प्रवेश द्वार को एम्बुलेंस से जाम कर दिये जाने के कारण बाहर से दिखाने आये मरीजों को वापस लौट जाना पड़ा।
वहीं एम्बुलेंस का संचालन नहीं होने के कारण सदर अस्पताल में प्रसव के लिए प्रसूता नही आ सकी। बताते हैं कि अमूमन सदर अस्पताल में दो से तीन दर्जन प्रसूता का प्रसव होता है। जो आज सदर अस्पताल में दिन के दो बजे तक नहीं हो सका।
महिला आउट डोर सहित अन्य आउटडोर नहीं चलने के कारण कुछ मरीज जो अस्पताल आ गये थे उन्हें वापस लौट जाना पड़ा।
कहते हैं मरीज:मरीज बलराज सहनी, बनकटवा से आयीं सुमिता देवी, संग्रामपुर से आयी सोनी कुमारी, ढाका से आये शेख अब्बास बताते हैं कि वे लोग अपने बच्चे का इलाज के लिए आये हैं मगर यहां तो आउटडोर बंद है। इमरजेंसी में भी दिखाने गये मगर वहां से सामान्य मरीज बता कर स्टॉफ लौटा दिया है।