राम मंदिर निर्माण के लिए कानून बनाये संसद
अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण जरूरी है। यह 108 करोड़ हिन्दुओं की आस्था का केन्द्र है। देश की आजादी के बाद से ही हिन्दू समाज अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर संघर्ष कर रहे...
अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण जरूरी है। यह 108 करोड़ हिन्दुओं की आस्था का केन्द्र है। देश की आजादी के बाद से ही हिन्दू समाज अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर संघर्ष कर रहे हैं।
शीतकालीन सत्र में राम मंदिर निर्माण के लिए संसद में कानून बनाने के लिए केन्द्र सरकार पर जोर दिया जाएगा। यह बातें रविवार को स्थानीय नरसिंह बाबा मंदिर परिसर में विहिप के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जगन्नाथ शाही ने आयोजित धर्म सभा कार्यक्रम में उपस्थित कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि 31 जनवरी से 1 फरवरी तक प्रयाग में लगने वाले कुंभ के समय देश भर के संतों का जमावड़ा होगा। मंदिर निर्माण को लेकर संतों के द्वारा लिए गए निर्णय का विहिप अक्षरश: पालन करेगी। उद्घाटन विहिप के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जगन्नाथ शाही, प्रदेश मंत्री अशोक श्रीवास्तव, सेवक संजय नाथ आदि ने किया।
इस दौरान संत संजय सेवक नाथ ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर अगर संतों को आत्मदाह भी करना पड़ा तो वे करेंगे। वहीं विहिप के प्रदेश मंत्री अशोक श्रीवास्तव अधिवक्ता ने कहा कि 1528 ई. से हिन्दू समाज अयोध्या में राम मंदिर पुननिर्माण को लेकर लड़ाई लड़ रहा है। इसको लेकर गांव-गांव तक जनजागरण अभियान के माध्यम से संदेश दिया जा रहा है। अध्यक्षता विहिप के जिलाध्यक्ष सुबोध कुमार अधिवक्ता ने की। मौके पर डॉ. अतुल कुमार, डॉ. राजेश श्रीवास्तव, डॉ. संतोष श्रीवास्तव, इंजीनियर ऋषभ रंजन, हेमंत कुमार, जितेन्द्र कुशवाहा, आनंद कुमार सिंह, दीपनारायण पांडेय, मुन्ना तिवारी, मुरारी पांडेय, संत किरण दास, रीना सिंह, मुन्नी देवी, चुन्नु कुमार सिंह, विनोद कुमार सहित कई थे।