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गुड़ हमारी परम्परा का एक अंग: रामदेव

गुड़ के फायदे आयुर्वेदिक दवा जैसे है। आयुर्वेद की दृष्टि से पुराना गुड औषधि के लिए अधिक लाभदायक माना जाता है। यह हमारी परंपरा का अंग है। उक्त बातें योगगुरु बाबा रामदेव ने पीपराकोठी कृषि विज्ञान केंद्र...

गुड़ हमारी परम्परा का एक अंग: रामदेव
हिन्दुस्तान टीम,मोतिहारीSat, 10 Jun 2017 12:58 AM
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गुड़ के फायदे आयुर्वेदिक दवा जैसे है। आयुर्वेद की दृष्टि से पुराना गुड औषधि के लिए अधिक लाभदायक माना जाता है। यह हमारी परंपरा का अंग है। उक्त बातें योगगुरु बाबा रामदेव ने पीपराकोठी कृषि विज्ञान केंद्र में गुड़ प्रसंस्करण इकाई के उदघाट्न समारोह में कहीं। कहा गुड़ को बारह घंटे धूप में रखने पर यह पुराने गुड़ जितना ही लाभदायक हो जाता है। इसमें एक अलग ही तरह की खुशबू और मिठास होती है। गन्ने के रस को उबाल कर गुड़ बनाया जाता है। इसकी तासीर गर्म होती है। अत: सर्दी के मौसम में इसका उपयोग विशेष लाभदायक होता है। सर्दी के मौसम में ही ताजा गुड़ बाजार में आता है। सर्दियों में इससे कई प्रकार के व्यंजन बनाये जाते हैं। ऐसे बनता है गुड़: आईआईएसआर लखनऊ के डा.बीडी पाठक के बताया कि गुड़ बनाने के लिए सबसे पहले गन्ने से रस निकाला जाता है। इसे बड़े बर्तन में रखकर अशुद्धि नीचे बैठने देते है। उपर का शुद्ध रस निथार कर अलग करते हैं। इसे किसी बड़े चपटे आकार के बर्तन में उबाला जाता है। सुनहरे पीले रंग का गुड अच्छा माना जाता है। गुड़ के पोषक तत्वों का खजाना: डा. एके सिंह ने बताया कि गुड़ में प्रोटीन, फैट, आयरन, मैग्नेशियम, पोटेशियम और मैग्निज होते हैं। इसके अलावा कुछ मात्रा में विटामिन ई , कैल्शियम, जिंक, फास्फोरस व कॉपर भी होते हैं।

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