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54 प्रतिशत खेतों में ही हुई धान की रोपनी

ढाका प्रखंड में आई बाढ़ ने किसानों की कमर तोड़ डाली है। बाढ़ की वजह से इस साल कई खेतों में धान की रोपनी नहीं हो पाएगी। इसको लेकर किसान चिंतित हैं। बाढ़ के पूर्व तक महज 20 से 25 प्रतिशत ही खेतों में धान...

54 प्रतिशत खेतों में ही हुई धान की रोपनी
हिन्दुस्तान टीम,मोतिहारीFri, 02 Aug 2019 11:51 AM
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ढाका प्रखंड में आई बाढ़ ने किसानों की कमर तोड़ डाली है। बाढ़ की वजह से इस साल कई खेतों में धान की रोपनी नहीं हो पाएगी। इसको लेकर किसान चिंतित हैं। बाढ़ के पूर्व तक महज 20 से 25 प्रतिशत ही खेतों में धान का अच्छादन हो पाया था। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, 17 जुलाई तक 30 प्रतिशत तक अच्छादन हो पाया था। जबकि ढाका प्रखंड में 13 जुलाई के बाद बाढ़ के पानी ने नुकसान पहुंचाना शुरू किया। इस बाढ़ में जो धान का अच्छादन हुआ था उसका बड़ा हिस्सा बर्बाद हो गया। जो बिचड़े थे वह भी कई दिनों तक पानी में डूबे रहने के कारण नुकसान हो गया। बाढ़ का जब पानी हटा तो किसानों ने बचे बिचड़े से धान की रोपनी शुरू किया लेकिन उतने बिचड़े नहीं बचे थे कि उससे धान के अच्छादन के लक्ष्य को पूरा किया जा सके। जो अनुमान है उसके मुताबिक आधे खेतों में फसल नहीं लगाया जा सकेगा। कृषि समन्वयक रणवीर सिंह ने बताया कि इस साल ढाका प्रखंड में 10,300 हेक्टेयर खेतों में धान व मक्का के अच्छादन का लक्ष्य था। लेकिन जुलाई महीने तक महज 54 प्रतिशत ही अच्छादन हो पाया है।

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