सगर राति दीप जरय में साहित्यकारों ने किया कथापाठ
मधेपुर, निज संवाददाता। उद्भट विद्वान व नामचीन साहित्यकारों की उपस्थिति में प्रखंड के रहुआ-संग्राम...
मधेपुर, निज संवाददाता। उद्भट विद्वान व नामचीन साहित्यकारों की उपस्थिति में प्रखंड के रहुआ-संग्राम गांव स्थित आदिनाथ मधुसूदन पारसमणि संस्कृत महाविद्यालय के सभागार में 'सगर राति दीप जरय' कार्यक्रम आयोजित हुआ। मैथिली साहित्य को नव दिशा प्रदान करने वाला विशिष्ट कथा गोष्ठी सगर राति दीप जरय के इस 112 वें आयोजन में दर्जनों ख्यातिलब्ध साहित्यकारों ने रविवार सुबह तक कथावाचन किया। शनिवार देर शाम इस अप्रतिम आयोजन का उद्घाटन दीप प्रज्ज्वलित कर विद्वानों एवं बुद्धिजीवियों ने किया। इसके बाद मैथिली साहित्य के विद्वानों द्वारा लिखित 17 पुस्तकों का एक साथ लोकार्पण हुआ। प्रसिद्ध विद्वान प्रो अशोक कुमार मेहता ने कहा कि इस कथा गोष्ठी की इतनी महत्ता है कि कितने कथाकारों ने अपनी साहित्य यात्रा की शुरुआत इसी से की है। ख्यातिलब्ध विद्वान विभूति आनंद तथा कार्यक्रम संयोजक डॉ अशोक अविचल ने कहा कि मैथिली भाषा-साहित्य संसार में ऐतिहासिक कार्यक्रम सगर राति दीप जरय वर्ष 1990 से हो रहा है। प्रत्येक तीन महीना पर इस कार्यक्रम का आयोजन होता है। उन्होंने विस्तार से पिछले आयोजन के संबंध में जानकारी दी। कथाकार जगदीश प्रसाद मंडल ने अपनी प्रथम कथा पाठ के संबंध में कहा कि मैं इसी गांव में इसी कार्यक्रम में 2008 में पढ़ा था।
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