दुरूस्त सड़क की मरम्मति कर करोड़ों की लूट की जुगत में है विभाग
खजौली। प्रखंड के खजौली-राजनगर नगर सड़क वर्षों से जर्जर है। जो उद्धारक का बाट

खजौली। प्रखंड के खजौली-राजनगर नगर सड़क वर्षों से जर्जर है। जो उद्धारक का बाट जोह रहा है। जिसकी मरम्मति करना अति आवश्यक है। लेकिन इसकी सुदृढ़ीकरण के प्रति विभाग उदासीन है। वहीं प्रखंड के सुक्की गांव स्थित मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना के निर्मित मंगल साह के घर से कोरहिया सीमा तक दो करोड़ की लागत से बनी करीब ढाई किमी सड़क, जो पूर्ण रूपेण दुरूस्त है। जिसे विभागीय अधिकारी एवं संवेदक पुनः मरम्मति कर करोड़ों रूपये की बंदरबांट करने का सुलभ रास्ता ढूंढा है। विभाग के कार्यपालक अभियंता, कनीय अभियंता के मिलीभगत से दुरूस्त पीसीसी ढलाई सड़क पर कालीकरण (प्रिमिक्सिग) किया जा रहा है। जबकी इस सड़क में इसकी जरूरत नहीं है। विभाग अल्प राशि खर्च कर करोड़ों रूपये की बंदरबांट करने की जुगत में है।
ग्रामीणों ने डीएम से जांच की मांग
सुक्की पंचायत के पूर्व मुखिया महेंद्र प्रसाद सिंह, ग्रामीण रंजीत कुमार सिंह, राज कुमार सिंह,राम नारायण सिंह ने सड़क पर हो रहे घटिया कालीकरण को लेकर विरोध किया। कहा कि ढ़ाई किमी सड़क में से सुक्की गाँव डेढ़ किमी तक सड़क का पीसीसी ढ़लाई हुआ है। उक्त पीसीसी सड़क में कही भी मरम्मत की जरूरत नही है। पीसीसी सड़क पर प्रिमिंक्सिग किये जाने का प्रावधान नहीं है। अच्छी सड़क पर मरम्मति कार्य कर विभाग करोड़ों रूपये का गबन करना चाहती है। ग्रामीण सरोज गामी, राजेन्द्र गामी, गामी, दिलीप गामी, प्रमोद सिंह, रामु सिंह, संजय सिंह एव राजू सिंह ने डीएम मधुबनी से सड़क जांच की मांग की है।
क्या कहते है अधिकारी:
विभाग के कार्यपालक अभियंता रामबाबू ने कहा कि पुराने व जर्जर पीसीसी सड़क पर कालीकरण(प्रिमिंक्सिग) करने का प्रावधान है। सुक्की गांव में हो रहे दुरूस्त पीसीसी सड़क पर पुनः प्रिमिक्सिग(कालीकरण) किये जाने की सवाल पर वे चुप्पी साध ली और फोन डिस्कनेक्ट कर दिये
