दोपहर भोजन के बाद स्कूल में नहीं होती पढ़ाई
बाबूबरही में स्कूलों में बच्चों को दोपहर भोजन के बाद जल्दी घर भेजने का मामला बढ़ रहा है। शिक्षक एमडीएम के बाद पढ़ाने में रुचि नहीं रखते, जिससे शिक्षा प्रभावित हो रही है। अभिभावकों ने प्रशासन से शिकायत...
बाबूबरही, निज संवाददाता। प्रखंड क्षेत्र के बेला, कुल्हड़िया, घोंघौर, भूपट्टी, धमौरा, भटचौरा, सर्रा आदि स्कूलों में बच्चों को समय से पहले दोपहर भोजन के बाद स्कूल से घर चले जाने का मामला जोरों पर हैं। एमडीएम के बाद बच्चों को पढ़ाने में शिक्षक रुचि नहीं रखते। बच्चों के नहीं रहने से स्कूलों में सन्नाटा छा जाता है। हालांकि बच्चों और शिक्षकों को लेकर अभिभावकों तथा शिक्षा समिति से जुड़े लोगों में मतभेद हैं। भोजन देने के बाद बच्चों को स्कूल से भगाया जाता है। फिर शिक्षक आराम करने लगते हैं या फिर ये स्कूल से बाहर चले जाते हैं। बच्चों की गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए सरकार करोड़ों रुपये खर्च कर रही है, लेकिन जमीनी हकीकत इसके उलट है।
स्कूलों को पूरे दिन के रूप में चलाया जाना है। पर आधे दिन में ही ताले लटक जाते हैं। इस लापरवाही से शिक्षा व्यवस्था की गंभीर उपेक्षा उजागर हो रही है। औरही के श्याम सुंदर सिंह, हरिश्चंद्र राम, बरैल के रमेश यादव, सतघारा के अजय झा आदि अभिभावकों ने बताया है कि बच्चों की पढ़ाई बाधित हो रही और कई शिक्षक भी समय पर स्कूल नहीं पहुंच रहे हैं। इस सबसे से बच्चों का मनोबल टूट रहा है। अभिभावकों ने स्थानीय प्रशासन और शिक्षा विभाग से लिखित शिकायत करने की बात कही है। इस संबंध में प्रभारी बीईओ संतोष कुमार ने कहा कि मामला गंभीर है। बताया कि जांच कर दोषी शिक्षकों के खिलाफ समुचित कार्रवाई की जाएगी। शिक्षा व्यवस्था में सुधार लाना उनकी प्राथमिकता है।
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