ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News बिहार मधुबनी अब मधुबनी जिला दूध उत्पादन मामले में बनेगा आत्मनिर्भर

अब मधुबनी जिला दूध उत्पादन मामले में बनेगा आत्मनिर्भर

अब मधुबनी जिला दूध उत्पादन में आत्मनिर्भर बनेगा। यहां के बेरोजगार युवक-युवतियां डेयरी लगाकर दूध का दरिया भी बहा सकते हैं। डेयरी उद्योग को बढ़ावा देने के लिए समग्र गव्य विकास योजना के तहत 50 से 75...



अब मधुबनी जिला दूध उत्पादन मामले में बनेगा आत्मनिर्भर
हिन्दुस्तान टीम,मधुबनीFri, 25 Sep 2020 06:24 PM
ऐप पर पढ़ें

अब मधुबनी जिला दूध उत्पादन में आत्मनिर्भर बनेगा। यहां के बेरोजगार युवक-युवतियां डेयरी लगाकर दूध का दरिया भी बहा सकते हैं। डेयरी उद्योग को बढ़ावा देने के लिए समग्र गव्य विकास योजना के तहत 50 से 75 प्रतिशत तक सरकार अनुदान देगी। इसके लिए 25 सितम्बर से आवेदन लिया जाएगा। आवेदन करने की तिथि 24 अक्टूबर तक रखी गई है। हालांकि इसबार महज दो और चार गायों पर ही अनुदान मिलेगा। अलग-अलग श्रेणियों में अनुदान की अलग-अलग व्यवस्था है। सामान्य वर्ग को 50 प्रतिशत जबकि अनुसूचित जाति, अत्यंत पिछड़ा वर्ग के लोगों को 75 प्रतिशत अनुदान का लाभ दिया जायेगा। जिला गव्य पदाधिकारी सत्यनारायण सिंह ने बताया कि कुल 124 लाभुकों को योजना का लाभ दिया जाएगा। दो दुधारू मवेशी की योजना की लागत एक लाख 60 हजार, चार दुधारू मवेशी के लिए तीन लाख 38 हजार 400 रुपये निर्धारित है। इसी राशि पर संबंधित जाति के श्रेणी के लिए 50 और 75 प्रतिशत अनुदान दिया जाना है। 25 सितंबर से 24 अक्टूबर तक आवेदन करने की सीमा तय की गई है। आवेदन में शराबबंदी से प्रभावित व्यक्ति, प्रवासी, प्रशिक्षित आवेदक और सहकारिता समिति से जुड़े आवेदकों को प्राथमिकता मिलेगी।

जिले का क्या है लक्ष्य :

समग्र गव्य विकास योजना के तहत वित्तीय वर्ष 2020-21 में जिले के लिए अलग-अलग श्रेणियों में लक्ष्य निर्धारित है। दो मवेशी के लिए सामान्य श्रेणी के लिए 65, अनुसूचित जाति के लिए 20 एवं अत्यंत पिछड़ा वर्ग के लिए नौ लक्ष्य निर्धारित किया गया है। चार दुधारू मवेशी के लिए सामान्य श्रेणी में 20 और अनुसूचित जाति के लिए छह एवं अत्यंत पिछड़ा वर्ग के लिए चार का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। जिला गव्य पदाधिकारी ने बताया कि आवेदन में भरे गये कॉलम में अगर कोई भी सूचनाएं गलत पाई जाती हैं तो आवेदन रिजेक्ट हो जाएगा।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें