जयनगर-दरभंगा रेलखंड का दोहरीकरण नहीं हो रहा है। इससे सीमावर्ती क्षेत्र के यात्रियों की परेशानी बढ़ती जा रही है। सिंगल रेल लाइन रहने से इस क्षेत्र के रेल यात्रियों को सफर में काफी कठिनाई होती है। खासकर क्रासिंग के समय विभिन्न स्टेशनों एवं आउटर सिंगनल पर घंटों ट्रेन खड़ी रहती है। लोकल रेल यात्रियों की शिकायत है कि एक्सप्रेस ट्रेन को पास कराने में पैसेंजर ट्रेनों को विलंब किया जाता है। इससे रेल यात्रियों की परेशानी बढ़ती जा रही है। ये सब हो रहा है सिंगल रेल लाइन के कारण। समस्तीपुर से दरभंगा तक डबल रेल लाइन का काम प्रगति पर है। लेकिन दरभंगा से जयनगर तक डबल रेल लाइन का काम अधर में है। इससे 50 लाख से अधिक आबादी को यातायात में परेशानी हो रही है। रेल यात्री पंकज कुमार झा बेलु, सुधीर चौधरी, प्रवीण कुमार सहित कई लोगों ने रेलमंत्री से जयनगर -दरभंगा रेलखंड को शीघ्र दोहरीकरण करने की मांग की है। ताकि सीमावर्ती क्षेत्र के विकास में तेजी आ सके। जयनगर दरभंगा रेलखंड के विभिन्न स्टेशनों से रेलवे को सलाना करोड़ों रुपये की आमदनी होती है। लेकिन यात्री सुविधा के नाम पर अभी तक रेलखंड को डबल लाइन नहीं किया गया है। इससे पैसेंजर सहित लंबी दूरी की ट्रेनें बराबर विलंब से चलती है। अब जबकि इस रेलखंड का इलेक्ट्रिफिकेशन का कार्य भी प्रगति पर है। ऐसे में डबल रेल लाइन का काम सीमावर्ती क्षेत्र के लिए जरूरी हो गया है।
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