जयनगर-जनकपुर ट्रेन परिचालन में नेपाल सरकार उदासीन
जयनगर से जनकपुर कुर्था 35 किमी. बड़ी रेल लाइन एक माह से बनकर तैयार है। लेकिन इस पर ट्रेनों का परिचालन नहीं शुरू हो सका है। जनवरी में ट्रेन परिचालन की संभावना...
जयनगर से जनकपुर कुर्था 35 किमी. बड़ी रेल लाइन एक माह से बनकर तैयार है। लेकिन इस पर ट्रेनों का परिचालन नहीं शुरू हो सका है। जनवरी में ट्रेन परिचालन की संभावना थी। विश्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार नेपाल सरकार की उदासीनता के कारण ट्रेन परिचालन में विलंब हो रहा है। जयनगर से जनकपुर कुर्था बड़ी रेल लाइन का निर्माण इरकॉन की ओर से पूरी कर लिया गया है। रेल लाइन बनकर तैयार है। इसपर करीब 30 रैक मालगाड़ी जा चुकी है। रेलवे स्टेशन, रेलवे हाल्ट एवं रेल कर्मियों का क्वार्टर भी बनकर तैयार है। भारत सरकार की रेलवे बोर्ड ने फिलहाल इस रेलखंड पर तीन डीएमयू चलाने की स्वीकृति भी दे दी है। ये डीएमयू ट्रेन सोनपुर में पिछले करीब एक महीना से खड़ी है।
बड़ी रेल लाइन के चालू होने में अभी और समय लगेगा:
रेलवे बोर्ड ने कोंकण रेलवे को जयनगर कुर्था भाया जनकपुर रेलखंड पर ट्रेन परिचालन का जिम्मा सौंपा है। लेकिन अभी तक कोंकण रेलवे से कागजी प्रक्रिया पूरी नहीं हुई है। तीन डीएमयू ट्रेन में से दो चलेंगी। एक सुरक्षित रहेगी। इसे जयनगर से कुर्था के बीच चार अप एवं चार डाउन चलाने की योजना है। इस रेलखंड पर ट्रेन परिचालन को लेकर नेपाल सरकार पूरी तरह उदासीन है। इस कारण सबकुछ होने के बाद भी ट्रेन परिचालन की तिथि घोषित नहीं की जा रही है। नेपाल सरकार ने अगर सक्रियता नहीं दिखाई तो जयनगर से जनकपुर कुर्था बड़ी रेल लाइन के चालू होने में अभी और समय लगेगा। इससे दोनों देश के लोगों की परेशानी बढ़ती जा रही है। दो देशों का मामला होने के कारण कोई भी अधिकारी इसको लेकर कुछ भी बोलने से परहेज कर रहे हैं। सीमावर्ती संतोष कुमार, संजय कुमार, मो. असरफ, जयनंद यादव सहित कई लोगों ने बताया कि दोनों देश के अधिकारी व जनप्रतिनिधि को शीघ्र ट्रेन परिचालन की घोषणा करनी चाहिए।