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गुरु-शिष्य परंपरा को कायम रखने की जरूरत

स्थानीय रीजनल सेकेन्डरी स्कूल में शिक्षक दिवस समारोह का दीप प्रज्वलित कर निदेशक राम श्रृंगार पांडेय, प्राचार्य मनोज कुमार झा, प्रत्युष परिमल व राजीव कुमार ने शुभारंभ किया...

गुरु-शिष्य परंपरा को कायम रखने की जरूरत
हिन्दुस्तान टीम,मधुबनीThu, 06 Sep 2018 05:36 PM
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स्थानीय रीजनल सेकेन्डरी स्कूल में शिक्षक दिवस समारोह का दीप प्रज्वलित कर निदेशक राम श्रृंगार पांडेय, प्राचार्य मनोज कुमार झा, प्रत्युष परिमल व राजीव कुमार ने शुभारंभ किया ।

मौके पर निदेशक आर एस पांडेय ने कहा कि पूर्व से ही गुरु एवं शिष्य की परंपरा रही है। लेकिन इस बीच गुरु एवं शिष्य परंपरा में एक खाई आती जा रही है। जो चिंता का विषय है एवं इसके प्रति सचेत रहने की जरूरत है । यदि यह नहीं रही तो सामाजिक क्षेत्र में शिक्षा का विकास अवरुद्ध हो जायेगा। इसलिए इस परंपरा को कायम रखने की जवाबदेही छात्र एवं शिक्षक दोनों की बनती है। उन्होंने कहा कि शिक्षक से बढ़कर कोई पद नहीं है। प्राचार्य मनोज कुमार झा ने कहा कि शिक्षक को अपनी जवाबदेही समझना होगा तभी पूर्व की गुरु शिष्य की परंपरा कायम रह सकती है। संतोष कुमार मिश्र चून्नू ने कहा कि यदि आज शिक्षक नहीं होते तो हम शिक्षित नहीं होते। शैक्षणिक समन्वयक प्रत्युष परिमल ने कहा कि शिक्षक को भी अपने कर्तव्य का निर्वहन करना चाहिए।

प्रशासनिक समन्वयक राजीव कुमार ने कहा कि शिक्षक की जवाबदेही बहुत बड़ा है । समारोह को पवन तिवारी, हनुमान झा आदि ने भी संबोधित किया । वही सांस्कृतिक कार्यक्रम में शिक्षक धर्मेन्द्र कुमार पांडेय ने स्वरचित गीत गाया। वही शिक्षक शैलेंद्र कुमार ने भी गीत गाया। छात्र शुभाष कुमार , विकास कुमार , अभिषेक कुमार , रघुनंदन कुमार , रिषभ कुमार आदि छात्रों ने शिक्षकों को सम्मानित किया ।

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