बरसात में डूबे रहते हैं कई वार्ड
अनुमंडल मुख्यालय बाजार व शहरी क्षेत्र में जल जमाव एक पीड़ादायी समस्या है। प्रति वर्ष लोग परेशानी झेलने को विवश होते हैं। नगर पंचायत के आधे दर्जन वार्ड बरसात के मौसम में डूबे रहते...
अनुमंडल मुख्यालय बाजार व शहरी क्षेत्र में जल जमाव एक पीड़ादायी समस्या है। प्रति वर्ष लोग परेशानी झेलने को विवश होते हैं। नगर पंचायत के आधे दर्जन वार्ड बरसात के मौसम में डूबे रहते हैं।
जल निकासी की कारगर व्यवस्था नहीं होने से पंपिंग सेट की सहायता से कई दिनों तक प्रयास कर के मोहल्लों में जमा पानी की निकासी की जाती है। जल जमाव के स्थायी समाधान को दो वर्ष पूर्व नप ने दिल्ली की एक संस्था से सर्वे करा कर मास्टर प्लान तैयार किया। जल निकासी रेलवे के जमीन के रास्ते करा कर शहर से उत्तर कमला नहर में बनाने की योजना थी। इसके लिये शहरी क्षेत्र के सभी नाले नालियों को पक्कीकरण कर जोड़ने व नये पक्के नालों का निर्माण करने का प्रस्ताव था। नगर पंचायत के बोर्ड ने मास्टर प्लान के प्रस्ताव को सर्व सम्मति से पारित कर स्वीकृति के लिये भेज।
अब तक नगर विकास विभाग के पास मामला लंबित है। बरसात के दिनों में शहर की स्थिति नारकीय हो जाती है। नालों के भर जाने से बदबूदार पानी सड़क पर जमा होता है। कई मोहल्लों में लोगों के घरों में कई दिनों तक पानी घुसा रहता है। सड़कें जल जमाव से बाधित रहती हैं।