मधुबनी स्टेशन की होगी अलग पहचान
सड़क मार्ग से गुरुवार की सुबह पहुंचे डीआरएम आर के जैन मधुबनी स्टेशन परिसर स्थित राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के स्मारक का दर्शन करने के उपरांत वहां के पार्किंग स्थल का जायजा लिया। इसके पश्चात कलाकारों...
सड़क मार्ग से गुरुवार की सुबह पहुंचे डीआरएम आर के जैन मधुबनी स्टेशन परिसर स्थित राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के स्मारक का दर्शन करने के उपरांत वहां के पार्किंग स्थल का जायजा लिया। इसके पश्चात कलाकारों द्वारा निर्मित मिथिला चित्रकला का अवलोकन करते हुए कहा कुछ स्थान रिक्त रह गये हैं जिसे शीघ्र पूरा करवा लिया जायेगा। इसके लिए शीघ्र ही दूसरे चरण का पेंटिंग कार्य शुरू होगा। ताकि विश्व में मधुबनी रेलवे सटेशन का एक अलग पहचान बन सके।
गिनीज बुक आफ वर्ल्ड रिकार्ड के लिए आवेदन किया जा चुका है। शेष बचे भागों में पेंटिंग का कार्य श्रमदान से शीघ्र शुरू होगा। इसके लिए इच्छुक कलाकार स्टेशन मास्टर से मिल कर प्रक्रिया की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। इसी क्रम में उन्होंने प्लेटफार्म के दोनों छोड़ का निरीक्षण करते हुए लाइट ,पंखा ,कूडे़दान, साफ -सफाई, वाशरूम, बैठने की सीट, टिकट बिक्री काउन्टर, रेल परिचालन डिसप्ले बोर्ड ,और पूछताछ आदि जगहों का जायजा लिया। स्टेशन भ्रमण व निरीक्षण करते हुए रेलवे ट्रैक का गहन अवलोकन किया।
निरीक्षण में उनके साथ एडीआरएम आर के पाण्डे ,वरीय अभियंता बी.के.सक्सेना, सीनियर डीसीएम वीरेन्द्र कुमार, डीईएन वन सुमन भारती, डीसीआई राजेश कुमार, स्टेशन अधीक्षक जगदम्बा प्रसाद, वाणिज्य अधीक्षक मो. सबीर आलम सहित कई पदाधिकारी व सुरक्षा बल के जवान मौजूद थे।
मानव रहित फाटकों पर तैनात होगी पुलिस : डीआरएम ने कहा कि समस्तीपुर डिविजन में कुल 256 मानव रहित फाटक के बीचो-बीच रोज रेल को प्रतिदिन आवागमन करना होता है। जिससे दुर्घटना की संभावना बनी रहती है। लिहाजा रेल प्रबंधन ने राज्य के पुलिस महकमा से पुलिस बल की मांग की है। इन पुलिस बलों की तैनाती सुबह सात बजे से शाम के सात बजे तक होगी। उन्होंने कहा जैसे ही बिहार सराकार का प्रस्ताव पारित होगा तो 13 नम्बर गुमती पर ओवर ब्रिज निर्माण कार्य शुरू करवाने को ले सार्थक पहल किया जाएगा।