ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News बिहार मधुबनीमिटने के कगार पर है खादी भंडार

मिटने के कगार पर है खादी भंडार

नूरचक पंचायत के धजवा स्थित खादी भंडार का अस्तित्व खत्म होने के कगार पर है। क्षेत्र में खादी को बढ़ावा देने के लिए 1989 में इसकी स्थापना हुई...

मिटने के कगार पर है खादी भंडार
हिन्दुस्तान टीम,मधुबनीFri, 31 May 2019 04:42 PM
ऐप पर पढ़ें

नूरचक पंचायत के धजवा स्थित खादी भंडार का अस्तित्व खत्म होने के कगार पर है। क्षेत्र में खादी को बढ़ावा देने के लिए 1989 में इसकी स्थापना हुई थी।

स्थापना के बाद नूरचक, बिस्फी, सिघासो, छछुआ, मधुपुर, घाट—भटरा आदि गांव से लोग कटाई और बुनाई के लिए यहां आते थे। बड़ी संख्या में खादी उद्योग से जुड़ी महिलाएं यहां से रूई ले जाकर सूत बुनती थी। क्षेत्र वासियों को उचित कीमत पर खादी के कपडे मिल जाते थे। अब यह खादी भंडार पिछले दस साल से बंद पडा है। इसके अधिकांश कमरों के छत छतिग्रस्त हो चुके हैं। एक दर्जन कमरा भूत—बंगले में तब्दील हो गया है। दो साल पहले इसके रखरखाव के लिए एक मैनेजर आते थे। अब इसको देखने वाला कोई नहीं है। सरकारी शिथिलता के कारण इसका अस्तित्व मिटने की स्थिति में पहुंच गया है। स्थानीय दुकानदार सुशील यादव, धजवा के गणेश सदाय ने बताया कि यहां कभी रौनक रहा करती थी। खादी भंडार के जरिए रोजगार मिला हुआ था। जो अब समाप्त हो गया है। सरकार की पहल से इसको पुनर्जीवित किया जा सकता है।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें