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कब तक सड़क के लिए तरसेंगे सीमा पर बसे ग्रामीण

सूबे अथवा बाबूबरही विधानसभा क्षेत्र में भले ही सड़कों का जाल बिछाए जाने की बातें बहुत हद तक सही हो। लेकिन क्षेत्र की भटगामा मेन रोड से घंघौर सीमा, घंघौर सीमा से लक्ष्मीपुर पटवारा और भगवानपुर को...

कब तक सड़क के लिए तरसेंगे सीमा पर बसे ग्रामीण
हिन्दुस्तान टीम,मधुबनीWed, 19 Sep 2018 05:13 PM
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सूबे अथवा बाबूबरही विधानसभा क्षेत्र में भले ही सड़कों का जाल बिछाए जाने की बातें बहुत हद तक सही हो। लेकिन क्षेत्र की भटगामा मेन रोड से घंघौर सीमा, घंघौर सीमा से लक्ष्मीपुर पटवारा और भगवानपुर को एक-दूसरे से जोड़ने वाली मुख्य सड़क पिछले करीब दस वर्षों से जर्जर हाल में है। ऐसे में जर्जर हाल की सड़कों से क्षेत्र के विकास को बट्टा जरूर लगा रहे हैं।

स्थानीय विधायक सूबे के पंचायती राज विभाग के मंत्री कपिलदेव कामत और पीएचईडी विभाग के मंत्री विनोद नारायण झा ने क्षेत्र में भले ही एक से बढ़कर एक उपलब्धियों की बौछारें लगाई हो। लेकिन बाबूबरही और राजनगर सीमा के बाद खजौली प्रखंड की सीमा में पहुंचने के साथ ही साइकिल अथवा अन्य किसी भी प्रकार की वाहनों से गुजरने बाबत हिचकोले खाने के क्रम में लोगों को पुराने जमाने की सड़कों को याद दिला रही है। खासकर, इस सीमा की तीन सड़कों में भटगामा पेट्रोल पंप से लेकर घंघौर सीमा तक, घंघौर सीमा से भगवानपुर सीमा तक की एक-एक किलोमीटर तथा घंघौर सीमा से लक्ष्मीपुर पटवारा की करीब सात किमी दूरी से भी कम दूरी की सड़कें काफी दूर होने का एहसास दिलाते हैं।

बता दें कि अधिकतर छोटे-बड़े वाहन चालक की इस दुर्दशा के कारण घंघौर से बगौल होते हुए बांध सह सड़क या पटवारा से नारायणपट्टी होते हुए भगवानपुर चौक की आठ से नौ किलोमीटर की अधिक दूरी तय कर मुख्य सड़क तक आते हैं। लोग समझते हैं कि, उक्त सड़कें स्टेट हाईवे में मर्ज होने से घंघौर और भटगामा सीमा की सड़कें निर्माण होने की आस में है। जिप सदस्या शारदा निराला कहती है कि विभागीय लापरवाही से सड़क निर्माण कार्य बाधित होने की स्थिति में राहगीरों को परेशानी झेलनी पड़ती है, जो दुर्भाग्यपूर्ण है। कांग्रेस प्रखंड अध्यक्ष अनिल कुमार अनिल उर्फ रतन जी कहते हैं कि शायद ही कोई मुख्य सड़क होगी जिसकी ऐसी दुर्दशा होगी। आखिर कब तक लोग सड़क के लकिसड़क की जर्जर दशा के कारण अधिकांश लोग 5 से 6 किलोमीटर की दूरी जगह तक जाने में लोग जान जोखिम में डाल कर गुजरने को विवश हैं। लोग लंबी सड़क से होकर जाना सुलभ समझ रहे हैं। कम से कम इन सड़कों का तत्काल मरम्मती होना अति आवश्यक है। इधर पंचायत की मुखिया फूलो देवी कहती है कि क्षेत्र को जोड़ने वाली मुख्य सड़क की वर्षों से ऐसी दुर्दशा होना काफी है।

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