शहर में सफाई के नाम पर की गयी खानापूर्ति
शहर में जमा पानी निकासी के लिए जलधारी चौक से थाना चौक तक की गई नाला की सफाई बस दिखावा है। पानी का बहाव बिल्कुल धीमा है। मोहल्लों में अभी भी पानी भरा हुआ है। 20 जुलाई को नगर, अनुमंडल एवं जिला प्रशासन...
शहर में जमा पानी निकासी के लिए जलधारी चौक से थाना चौक तक की गई नाला की सफाई बस दिखावा है। पानी का बहाव बिल्कुल धीमा है। मोहल्लों में अभी भी पानी भरा हुआ है। 20 जुलाई को नगर, अनुमंडल एवं जिला प्रशासन ने जलधारी चौक से थाना चौक तक नाले की सफाई शुरू कर लोगों को जलजमाव से मुक्ति दिलाने का भरोसा दिया था, लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ। जिस नाला की सफाई की गई उसमें पानी का बहाव रफ्तार नहीं पकड़ सका। कुछ ऑफिसर्स लोगों के क्वार्टर में पानी जरूर कम हुआ लेकिन आम लोगों को राहत नहीं मिली। थाना चौक के पास केनाल में जहां पानी का बहाव है वहां पानी ठमका हुआ है। लोगों का कहना है नाला की ठीक से सफाई नहीं हुई। आश्चर्य की बात है की नालों की सफाई का काम बस थाना चौक आकर खत्म हो गया। दो दिन बाद भी शहर के अन्य नालियों से अतिक्रमण हटा सफाई का काम शुरू नहीं हो सका। परिसदन से थाना चौक तक मुख्य सड़क में पूरब तरफ का नाला जाम है।सदर अनुमंडल कार्यालय परिसर में बुधवार को ठेहुना भर पानी जमा था। ऑफिसर्स कॉलोनी, भूप नारायण सिंह कॉलोनी, अयाची नगर में अभी भी जलजमाव है। सदर अस्पताल, बिजली कॉलोनी, भौआड़ा, तिरहुत कॉलोनी का हाल बेहाल है। महिला कॉलेज रोड, सूरतगंज, तिलक चौक रोड, पुरानी बस स्टैंड मोहल्ला में सड़क पर पानी भरा है। मिथिलेश कुमार झा ने बताया कि लोगों को प्रशासन से विश्वास उठ गया है।