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मधेपुर के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में अभी भी दुश्वार हैं पीड़ितों की जिंदगी

कोसी, कमला, भुतही बलान एवं गेहुमां नदी की बाढ़ से प्रखंड क्षेत्र में स्थिति दुश्वार बनी हुई है। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में स्थिति अभी भी पटरी पर नहीं लौटी है। जिन लोगों के घरों से पानी निकल गया है...

मधेपुर के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में अभी भी दुश्वार हैं पीड़ितों की जिंदगी
हिन्दुस्तान टीम,मधुबनीMon, 29 Jul 2019 04:41 PM
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कोसी, कमला, भुतही बलान एवं गेहुमां नदी की बाढ़ से प्रखंड क्षेत्र में स्थिति दुश्वार बनी हुई है। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में स्थिति अभी भी पटरी पर नहीं लौटी है। जिन लोगों के घरों से पानी निकल गया है उनका घर अभी रहने लायक नहीं है। जबकि आसमान में काले बादल आते ही बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के लोगों की बेचैनी बढ़ जाती है।

इधर, कोसी, कमला तथा भुतही बलान नदी की जलस्तर में उतार-चढ़ाव जारी है। कभी पानी घटता है तो कभी बढ़ता है। नेपाल की तराई व नदियों के तटीय क्षेत्र में बारिश के कारण जलस्तर बढ़ा है। कोसी के जलस्तर में वृद्घि के कारण गढ़गांव, बसीपट्टी, बकुआ एवं भरगामा पंचायत के निचले क्षेत्रों में कुछ-कुछ पानी पसरा है। कोसी क्षेत्र के भरगामा, करहारा सहित कुछ गांवों में घरों व भूमि का कटाव शुरू हो गया है। इसी तरह भुतही बलान की जलस्तर में मामूली वृद्घि हुई है। मटरस, बिसनपुर, श्रीपुर, कबछुआ के निचले भूभाग में पानी प्रवेश किया है। जबकि कमला बलान नदी प्रखंड क्षेत्र में फिलहाल धार में ही उफना रही है। इधर, गेहुमां नदी की जलस्तर में लगातार कमी आ रही है। लेकिन, पानी धीरे-धीरे घट रहा है। खेतों में लगे धान का बिचड़े पानी में डूबे रहने के कारण बर्बाद हो गया है। किसानों ने बताया कि धान का बिचड़ा पूरी तरह गल गया है। कोसी पश्चिमी तटबंध प्रमंडल निर्मली से संबद्घ जेई महाकांत चौधरी एवं राम विनय चौधरी ने रविवार दोपहर दो बजे कोसी बराज से 1 लाख 47 हजार 550 क्यूसेक पानी डिस्चार्ज होने की जानकारी दी है। शनिवार शाम चार बजे कोसी बराज से 1 लाख 49 हजार 140 क्यूसेक पानी डिस्चार्ज रेकार्ड किया गया था।

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