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मधुबनी में मूंग प्रत्यक्षण का अनुदान नहीं मिलने से किसानों में आक्रोश

जिला कृषि विभाग की लापरवाही के कारण एक वर्ष बीत जाने के बाद भी गरमा मूंग प्रत्यक्षण की अनुदान राशि का भुगतान नहीं हो पाया है। जिससे खजौली के किसान अपने आप को ठगा महसूस कर रहे हैं। अबतक अनुदान की राशि...

मधुबनी में मूंग प्रत्यक्षण का अनुदान नहीं मिलने से किसानों में आक्रोश
हिन्दुस्तान टीम,मधुबनीSun, 11 Mar 2018 03:54 PM
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जिला कृषि विभाग की लापरवाही के कारण एक वर्ष बीत जाने के बाद भी गरमा मूंग प्रत्यक्षण की अनुदान राशि का भुगतान नहीं हो पाया है। जिससे खजौली के किसान अपने आप को ठगा महसूस कर रहे हैं। अबतक अनुदान की राशि नहीं मिलने से किसानों का गुस्सा सातवें आसमान पर है। प्रखंड कृषि विभाग के खिलाफ यह गुस्सा कभी भी फूट सकता है। गौरतलव हो कि वित्तीय वर्ष 2016-17 में खजौली प्रखंड को गरमा मूंग प्रत्यक्षण हेतु 171 एकड़ का लक्ष्य प्राप्त हुआ था। प्रखंड के अनुसूचित जाति वर्ग के 35 किसान एवं सामान्य वर्ग के 136 किसान यानि कुल 171 किसानों ने कर्ज लेकर 1750 रूपये नगद भुगतान कर प्रखंड कृषि कार्यालय से गरमा मूंग प्रत्यक्षण का किट खरीदा। किट पर सौ प्रतिशत अनुदान है। लेकिन किट का मूल्य अधिक होने से किसान को 1750 रूपये का भुगतान करना पड़ा है। विभाग के निर्देशानुसार किसान को 1680 रुपये अनुदान के रूप में बैंक खाते में आरटीजीएस के माध्यम से वापस किया जाना था। लेकिन एक वर्ष बीत जाने के बाद भी अबतक किसानों के खाते में अनुदान की राशि हस्तांतरित नहीं हुआ है। जिससे किसानों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। प्रत्यक्षण किट लेने वाले किसान रामभरोस सिंह, बजरंग सहायता समूह भकुआ, विजय कुमार यादव, बिजली कांत झा, संतोष राय, राममूर्ति राय, महेंद्र प्रसाद सिंह, शिवपूजन राय, उमेश कुमार सिंह सहित कई किसानों को कहना है कि विभाग बीज पर अनुदान राशि देने के नाम पर झुठला रही है। वित्तीय वर्ष 2017-18 में भी गरमा मूंग प्रत्यक्षण का लक्ष्य प्राप्त हुआ है। लेकिन अनुदान राशि के भुगतान नहीं होने से किसान योजना का लाभ लेने में रूचि नहीं ले रहे है।

क्या कहते हैं बीएओ:

खजौली के बीए पंकज कुमार झा कहते हैं वित्तीय वर्ष 2016-17 में गरमा मूंग प्रत्यक्षण कीट वितरण से संबंधित पंजी एवं सूची जिला कृषि कार्यालय को उपलब्ध करा दिया गया है। आवंटन हेतु रीमाईडर पत्र भी भेजे गये है। कोषागार से राशि निकालने का दायित्व जिला कृषि कार्यालय को होता है। राशि प्राप्ति के दो दिन के अंदर किसानों के खाते में अनुदान की राशि हस्तांतरित कर दी जाएगी।

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