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मैट्रिक परीक्षा के लिए फॉर्म भरना हुआ मुश्किल

मैट्रिक के लिए फॉर्म भरना छात्रों के लिए मुश्किलें हो रही है। स्कूल में फार्म भरने में आवासीय, जातिय व आय प्रमाण-पत्र लगाना अनिवार्य कर दिया है। जिसके लिए छात्र-छात्राएं परेशान है। छह माह पुराने...


मैट्रिक परीक्षा के लिए फॉर्म भरना हुआ मुश्किल
हिन्दुस्तान टीम,मधुबनीThu, 10 Sep 2020 05:13 PM
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मैट्रिक के लिए फॉर्म भरना छात्रों के लिए मुश्किलें हो रही है। स्कूल में फार्म भरने में आवासीय, जातिय व आय प्रमाण-पत्र लगाना अनिवार्य कर दिया है। जिसके लिए छात्र-छात्राएं परेशान है। छह माह पुराने प्रमाण-पत्र की मान्यता नहीं दी जा रही है। प्रमाण पत्र बनाने के लिए अंचल कार्यालय के आरटीपीएस पर सुबह से ही लम्बी कतारें लग जाती है। सोशल डिस्टेंसिंग की जम कर धज्जियां उड़ रही है।आरटीपीएस काउंटर पर प्रमाण पत्र बनाने के लिए जमीन की दस्तावेज की मांग की जा रही है। बिना दस्तावेज प्रमाण पत्र का आवेदन स्वीकार नहीं किया जा रहा है। प्रमाण-पत्र बनाने आये कई छात्राओं ने बताया कि दस्तावेज उनके दादा के नाम से है। जिसे मान्यता नहीं दी जा रही है। दस्तावेज उनके अथवा उनके पिता के नाम से होना अनिवार्य बताया जा रहा है। सीओ पल्लवी कुमारी गुप्ता ने बताया कि पहले जमीन दस्तावेज की जरूरत नहीं थी। पर अब नये नियमों के तहत जाति व आवासीय प्रमाण पत्र के लिए जमीन की दस्तावेज आवेदक अथवा आवेदक के पिता के नाम से होना अनिवार्य है। दूसरा विकल्प है कि जिनके पूर्वजों के नाम से भूमि दस्तावेज है वह मुखिया से वंशावली बना जमा करेंगे तो आवासीय जातीय प्रमाण पत्र बना दिया जाएगा।

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