खुले में शौच से मुक्त हुआ नगर परिषद मधुबनी
संपूर्ण स्वच्छता के लिए व्यवहार में परिवर्तन जरुरी है। इसके विभिन्न आयाम है, जिसपर अमल करने से अंतत: देश सशक्त बनेगा। नगर भवन में मधुबनी नगर परिषद को खुले में शौच मुक्त घोषित किये जाने के मौके पर...
संपूर्ण स्वच्छता के लिए व्यवहार में परिवर्तन जरुरी है। इसके विभिन्न आयाम है, जिसपर अमल करने से अंतत: देश सशक्त बनेगा। नगर भवन में मधुबनी नगर परिषद को खुले में शौच मुक्त घोषित किये जाने के मौके पर लोगों को संबोधित करते हुए डीएम एसके अशोक ने यह बात कही।
उन्होंने कहा कि नगर परिषद के मुख्य पार्षद, कार्यपालक पदाधिकारी व इनके कर्मियों ने अभियान के तहत 10 हजार से अधिक शौचालय का निर्माण किया और इस एरिया को ओडीएफ बनाने में सफलता हासिल की है। उन्होंने कहा कि गांधी व शास्त्री ने जो संदेश दिया है, उसकी झलक ग्राम स्वराज, स्वच्छता, सत्ता के विकेन्द्रीकरण, उनकी सामाजिक संकल्पना, जीवन की सरलता, किसानों की आर्थिक समृद्धि व अन्य कार्य व व्यवहार में दिखती है। कार्यपालक पदाधिकारी जटाशंकर झा के कार्यकाल के अंतिम दौर में मिली इस बड़ी सफलता की वक्ताओं ने सराहना की। मुख्य पार्षद सुनैना देवी ने नगर परिषद को ओडीएफ होने का विधिवत घोषणा की। सांसद विरेन्द्र चौधरी ने कहा कि गांधी व शास्त्री का पूरा जीवन मानवता के लिए संकल्पित है। विधायक समीर कुमार महासेठ, एमएलसी सुमन कुमार महासेठ, एडीएम दुर्गानंद झा, डीडीसी अजय कुमार सिंह, सहायक समाहर्ता कुमार गौरव, एसडीएम सुनील कुमार सिंह, कार्यपालक पदाधिकारी जटाशंकर झा, मनीष सिंंह, महारानी देवी, अरविन्द पूर्वे, सुभाष चंद्र झा, बेनजीर खालिद, जयशंकर साह, बिल्टू साह, खालिद अनवर सहित विभिन्न राजनीतिक दल के प्रतिनिधि, समाजसेवी व अन्य लोग उपस्थित थे। मौके पर गांधी की प्रार्थना रघुपति राघव राजा राम का गायन किया गया। नुक्कड़ नाटक के माध्यम से स्वच्छता का संदेश दिया गया।