मनमाफिक इंज्यूरी रिपोर्ट दिलाने के नाम पर चल रहा है बड़ा रैकेट
मनमाफिक इंज्यूरी रिपोर्ट बनवा देने के नाम पर लोगों से राशि की ठगी करने का एक बड़ा रैकेट डीएमसीएच परिसर में चल रहा...
मनमाफिक इंज्यूरी रिपोर्ट बनवा देने के नाम पर लोगों से राशि की ठगी करने का एक बड़ा रैकेट डीएमसीएच परिसर में चल रहा है। संगठित रैकेट में केवल दलाल ही शामिल नहीं हैं, बल्कि डीएमसीएच के कई चतुर्थवर्गीय कर्मी भी इंज्यूरी रिपोर्ट बनवा देने के नाम पर राशि ऐंठने में लगे हैं। अस्पताल के रिकॉर्ड रूम के दो कर्मियों पर कई संगीन आरोपों की जांच के लिए उपाधीक्षक डॉ़ मणिभूषण शर्मा की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय कमेटी गठित की गई है। इसी बीच शनिवार को एक और चौंकाने वाला मामला सामने आया जब एक और व्यक्ति ने डीएमसीएच ओपीडी के एक चतुर्थ वर्गीय कर्मी पर इंज्यूरी रिपोर्ट बनवाने के नाम पर उनसे 20 हजार रुपये ऐंठ लेने का आरोप लगाया। राम बहादुर झा नामक व्यक्ति ने फोन पर बताया कि इंज्यूरी रिपोर्ट नहीं मिलने पर वे शिकायत लेकर अस्पताल अधीक्षक कार्यालय जा रहे थे। संबंधित कर्मी ने रास्ते में ही उन्हें रोक लिया। जल्द से जल्द इंज्यूरी रिपोर्ट देने की बात कहते हुए उसने जबरन उन्हें अधीक्षक कार्यालय परिसर से वापस भेज दिया। इंज्यूरी रिपोर्ट के नाम पर राशि ऐंठने की लगातार आ रही शिकायत इस बात का बल देती है कि नापाक धंधे में शामिल लागे मनमाफिक इंज्यूरी रिपोर्ट दिलवाने के नाम पर लोगों को बरगलाकर अपनी जेबें भरने में लगे हैं। विश्वस्त सूत्रों ने बताया कि मारपीट में जख्मी होकर इलाज के लिए इमरजेंसी विभाग पहुंचने वाले लोगों के परिजनों को बहला-फुसलाकर दलाल जल्द इंज्यूरी रिपोर्ट दिलाने के नाम पर उनसे ठगी कर लेते हैं। वे वादा करते हैं कि राशि खर्च करने पर वे उन्हें ग्रीवियस इंज्यूरी की रिपोर्ट बनवा देंगे। इस लालच में लोग दलालों के चक्कर में पड़ जाते हैं। वहीं, उनके चक्कर में पड़ने वाले लोग उनकी तलाश में इधर-उधर भटकते रहते हैं। लोगों को यह समझना होगा कि जायज इंज्यूरी रिपोर्ट उनलोगों को खुद ब खुद मिल जाएगी। इसके लिए उन्हें किसी दलाल के चक्कर में पड़ने की जरूरत नहीं है। रिपोर्ट मिलने में अगर विलम्ब होता है तो वे इस सिलसिले में अस्पताल अधीक्षक से सीधे संपर्क कर सकते हैं। मनमाफिक रिपोर्ट बनवाने का प्रयास करेंगे तो वे दलालों के चक्कर में पड़कर अपनी मेहनत की कमाई से हाथ धो बैठेंगे। अस्पताल अधीक्षक डॉ़ राज रंजन प्रसाद की पहल पर रिकॉर्ड रूम में सीसीटीवी कैमरा लगवा दिया गया है। हालांकि लोगों को ठगने का गिरोह इमरजेंसी विभाग परिसर में सक्रिय रहता है। लोगों को इस संगठित गिरोह से सावधान रहने की जरूरत है। अस्पताल अधीक्षक डॉ़ राज रंजन प्रसाद ने बताया कि परिसर में सक्रिय दलालों की नकेल कसने के लिए वे पत्र के माध्यम से एसएसपी से अनुरोध करेंगे। डॉ़ प्रसाद ने लोगों से दलालों के चक्कर में नहीं पड़नेे का अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि जायज इंज्यूरी रिपोर्ट उन लोगों को समय मिल जाएगी। इसमें परेशानी होने पर वे उनसे संपर्क कर सकते हैं।