जिले में हुईं 8 लाख 49 हजार 100 गतिविधियां
आईसीडीएस के डीपीओ डॉ.रश्मि वर्मा ने बताया पूरे पोषण माह के दौरान जिले में विभिन्न गतिविधियों का आयोजन करवाया गया जिसमें पोषण रथ, पोषण परामर्श केंद्र, रंगोली, दीवार लेखन, गोदभराई, अन्नप्राशन, ग्रोथ...
आईसीडीएस के डीपीओ डॉ.रश्मि वर्मा ने बताया पूरे पोषण माह के दौरान जिले में विभिन्न गतिविधियों का आयोजन करवाया गया जिसमें पोषण रथ, पोषण परामर्श केंद्र, रंगोली, दीवार लेखन, गोदभराई, अन्नप्राशन, ग्रोथ मोनिटरिंग, मेहंदी प्रतियोगिता, साईकल रैली, पौधा रोपण, मास्क वितरण, जागरुकता अभियान जैसे विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन हुआ। सभी प्रखंडों को मिलाकर जिले में कुल 8 लाख 49 हजार 100 गतिविधियां आयोजित की गई। आयोजित हुए कार्यक्रमों में 78 लाख 67 हजार 334 से अधिक लोगों की भागीदारी रही जिसमें 15 लाख 29 हजार 706 पुरुष, 24 लाख 85 हजार 711 महिला, 18 लाख 26 हजार 116 बालक एवं 19 लाख 6 हजार 927 बालिकाओं द्वारा भाग लिया गया।
सभी लोगों के सहयोग से सफल हुआ अभियान:
डीपीओ डॉ रश्मि वर्मा ने बताया पोषण अभियान में आयोजित विभिन्न गतिविधियों को सफल बनाने में सभी लाग का सहयोग रहा। इसमें आईसीडीएस में कार्यरत सीडीपीओ, एलएस, आंगनबाड़ी सेविकाएं, सहायिकाएं, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी आदि का सहयोग रहा। आम लोगों ने भी पोषण की महत्वता को जानने और पोषण माह के दौरान हुए विभिन्न गतिविधियों में भाग लेने में अपनी सहभागिता दर्ज कराई, जिससे मधुबनी पोषण माह में इतनी उपलब्धि हासिल कर सकी।
अपनाएं पोषण के पांच सूत्र:
पोषण अभियान के जिला जिला समन्वयक स्मित प्रतीक सिन्हा ने बताया पोषण माह में लोगों को सुपोषित रहने के लिए पोषण के पांच सूत्रों को अपनाने के लिए जोर दिया गया। इन पांच सूत्रों में शिशु के पहले 1000 सुनहरे दिन, पौष्टिक आहार, अनीमिया की रोकथाम, डायरिया रोकथाम एवं स्वच्छता को शामिल किया गया है। इन पांच सूत्रों का उपयोग कर सभी लोग स्वास्थ्य रह सकते हैं। पोषण माह के खत्म होने के बाद भी लोगों तक पोषण की जानकारियां मिलती रहेगी। इसके लिए लोग आंगनबाड़ी सेविका, आशा, एएनएम का सहयोग ले सकते हैं।