आलमनगर व चौसा क्षेत्र में फैलने लगा पानी
कोसी नदी में लगातार पानी बढ़ने से आलमनगर और चौसा प्रखंड के कई गांव का सड़क संपर्क भंग हो गया है। पानी फैलने से लगभग एक दर्जन से अधिक गांव के लोगों के समक्ष आवागमन की समस्या उत्पन्न हो गयी है। रविवार की...
कोसी नदी में लगातार पानी बढ़ने से आलमनगर और चौसा प्रखंड के कई गांव का सड़क संपर्क भंग हो गया है। पानी फैलने से लगभग एक दर्जन से अधिक गांव के लोगों के समक्ष आवागमन की समस्या उत्पन्न हो गयी है। रविवार की शाम तक कोसी नदी के जलस्तर में लगातार वृद्धि होने की बात कही जा रही है।
आलमनगर के मधेपुरा-खगड़िया-भागलपुर जिला सीमा से गुजरने वाली कोसी नदी का जलस्तर बढ़ने से निचले इलाकों में पानी फैल गया है। एक दर्जन से अधिक गांव की आवाजाही प्रभावित हो गयी है। रतवारा पंचायत के कपसिया गोठ, ललिया पुनर्वास, मुरौत, भवानीपुर बासा, पूर्वी छतौना, खापुर के सबरीनगर दोकठिया, चोढ़ली वासा, रायपुर बासा, सागर बासा, कपसिया बासा, गंगापुर के कुम्हरा बासा, बड़गांव के मुस्लिम टोला, बसनवाड़ा के पुरैनी बासा, इटहरी पंचायत के गौछीडीह आदि गांव में पानी फैलने से आवाजाही प्रभावित हो गयी है। इसके लोगों ने बताया कि इस क्षेत्र में सबसे बड़ी समस्या बिजली है। इस इलाके में अधिकतर बिजली गुल ही रहती है।
अंचलाधिकारी मनोरंजन कुमार मधुकर ने रविवार की दोपहर प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने के बाद बताया कि आठ जगहों पर नाव की सुविधा बहाल की गयी है। उन्होंने बताया कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में स्थानीय प्रशिक्षित गोताखोर को भी नियुक्त किया गया है।
चौसा के फुलौत पूर्वी और फुलौत पश्चिमी पंचायत के निचले इलाकों में बाढ़ का पानी घुसने से कई गांव के लोगों को आवागमन की समस्या उत्पन्न हो गयी है। धुमावती स्थान के पास धार में पानी बढ़ने के कारण फुलौत पूर्वी पंचायत के बड़ी खाल, बर बिग्घी, पिहोरा बासा, करैल बासा, करैलिया और मुसहरी के लोगों को आवागमन में परेशानी का सामान करना पड़ रहा है। वहीं कोसी नदी की मुख्य धारा का पानी बरियारी धार में घुसने से फुलौत पश्चिमी पंचायत के सपनी मुसहरी, घसकपुर, पनदही बासा, झंडापुर बासा के लोगों को आवाजाही में परेशानी हो रही है।
पिहोरा बासा के महादेव शर्मा, विनोद शर्मा, भदलू शर्मा, शंकर शर्मा ने कहा कि उन लोगों को प्रत्येक दिन घरेलू कार्य सहित दूध का कारोबार करने के लिए फुलौत बाजार तक आवाजाही करनी पड़ता है। कई जगहों पर पानी के कारण आवागमन बाधित होने के बाद भी सरकारी स्तर पर नाव का परिचालन शुरू नहीं किया जा सका है। फुलौत पश्चिमी पंचायत के बरियारी धार में सरकारी स्तर पर नाव परिचालन नहीं होने से ग्रामीण अपने स्तर से छोटी नाव से आवाजाही कर रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि पानी बढ़ने की अगर ऐसी ही रफ्तार रही तो एक दो दिनों में पानी कई घरो में घुस सकता है।