
बिहार में शराब तस्करों का पुलिस पर हमला, ईंट-पत्थर से गाड़ी का शीशा फोड़ा; 15 पर केस
संक्षेप: पुलिस एक मुखबिर की सूचना पर रिंग रोड में अवैध रूप से चल रहे शराब के अड्डे का पता लगाने गई थी। पुलिस को जानकारी मिली थी कि सड़क किनारे एक झोपड़ीनुमा दुकान में चाय-सिगरेट और गुटखा की आड़ में शराब और गांजे की भी बिक्री की जा रही है। शराब का स्टॉक दुकान के पीछे इधर-उधर छिपा कर रखा गया है।
बिहार में शराब तस्करों ने एक बार फिर पुलिस को निशाना बनाया है। गयाजी जिले के शेरघाटी में खाकी पर हमला किया गया है। शहर के बसंतबाग इलाके में रिंग रोड पर अवैध रूप से संचालित शराब के अड्डे पर छापेमारी करने गई शेरघाटी थाने की पुलिस पर शराब तस्कर के समर्थकों ने हमला कर दिया। ईंट-पत्थर से हुए हमले में पुलिस की एक गाड़ी का शीशा फूट गया और उसमें सवार शेरघाटी के थानेदार सहित कई अफसर बाल-बाल बच गए। हमलावरों के उग्र तेवर देखकर पुलिस को कुछ देर के लिए कदम पीछे करना पड़ा। बाद में थाने से पहुंची पुलिस की अतिरिक्त टुकड़ी ने हमलावरों पर काबू पाया।

घटनास्थल पर से पुलिस ने छह लोगों को गिरफ्तार किया है। बड़ी मात्रा में अंग्रेजी शराब भी जब्त की है। पुलिस की गिरफ्त में आए लोगों में विपिन कुमार (कोयरी टोला), धोनी कुमार (लीपगंज चट्टी) और बसंत बाग के परमजीत प्रकाश, पूजा सिंह और गुड़िया कुमारी शामिल हैं।
विष्णुपद क्षेत्र से चोरी गई बाइक भी बरामद
पुलिस कार्रवाई में तीन बाइक भी बरामद हुई है, जिसमें से एक मोटरसाइकिल 7 अप्रैल 2023 को विष्णुपद थाना क्षेत्र में मां मंगला आइटीआई के पास से चोरी हो गई थी। पुलिस द्वारा बरामद की गई चोरी की यह बाइक विष्णुपद थाना क्षेत्र के खटकाचक के रामानंद चौधरी की है। शेरघाटी के थानेदार अजीत कुमार ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यह मामला शनिवार रात की है।
सिगरेट-गुटखा की आड़ में हो रही थी शराब की बिक्री
पुलिस एक मुखबिर की सूचना पर रिंग रोड में अवैध रूप से चल रहे शराब के अड्डे का पता लगाने गई थी। पुलिस को जानकारी मिली थी कि सड़क किनारे एक झोपड़ीनुमा दुकान में चाय-सिगरेट और गुटखा की आड़ में शराब और गांजे की भी बिक्री की जा रही है। शराब का स्टॉक दुकान के पीछे इधर-उधर छिपा कर रखा गया है। शाम ढलते ही नशे के इस अड्डे पर गांजा-शराब के लिए लोगों के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो जाता है।
15 लोगों के खिलाफ दर्ज हुई प्राथमिकी
पुलिस ने बताया कि नशे का यह अड्डा मनीष मालाकार द्वारा चलाया जा रहा था। शराब तस्करी के मामले में पहले भी वह जेल जा चुका है। पुलिस का कहना है कि जब मौके से शराब जब्त कर दो तीन व्यक्तियों को पकड़ लिया गया तो मनीष के घर वाले और पड़ोस के उसके समर्थकों ने गिरफ्त में आए लोगों को छुड़ाने के लिए शोर मचाने के साथ पुलिस पर हमला शुरू कर दिया। पुलिस ने इस मामले में 15 नामजद और अज्ञात अपराधियों के खिलाफ एफआइआर दर्ज कर छानबीन शुरू की है। शराब अड्डे का संचालक मनीष मालाकार मौके से भाग निकला। पुलिस उसकी खोज में छापेमारी कर रही है। पुलिस कार्रवाई में सब इंस्पेक्टर अरविंद यादव, मो.इम्तियाज और शिवशंकर साह भी शामिल थे।





