ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News बिहार लखीसरायशिव पार्थिव के पूजन से मिलती है सुख-समृद्धि

शिव पार्थिव के पूजन से मिलती है सुख-समृद्धि

राणी सती मंदिर के प्रागंण में 19 अगस्त से शुरू हुई चतुर्थ सवा करोड़ पार्थिव शिवलिंग निर्माण पूजन कार्य विधि विधान पूर्वक से चौथे दिन गुरुवार को भी जारी रहा। सात दिनों तक चलने वाली यह कार्यक्रम 25...

शिव पार्थिव के पूजन से मिलती है सुख-समृद्धि
हिन्दुस्तान टीम,लखीसरायFri, 23 Aug 2019 12:15 AM
ऐप पर पढ़ें

राणी सती मंदिर के प्रागंण में 19 अगस्त से शुरू हुई चतुर्थ सवा करोड़ पार्थिव शिवलिंग निर्माण पूजन कार्य विधि विधान पूर्वक से चौथे दिन गुरुवार को भी जारी रहा। सात दिनों तक चलने वाली यह कार्यक्रम 25 अगस्त तक को समापन होगा।चतुर्थ सवा करोड़ पार्थिव शिवलिंग निर्माण पूजन सह सवा लाख रूद्राक्ष निर्मित 11 फीट ऊंचा महाशिव लिंग दर्शन व श्री मदभागवत कथा के चौथे दिन वृंद्वावन से आए धनंजय कृपालू जी ने कहा कि शि पार्थिव पूजा का अनेकोनेक फल हैं। जो लोग पार्थिव पूजा करते हैं, उतने ही करोड़ वर्ष वह जीव शिव लोक के पास रहता है। उन्होंने कहा के भाव और फल के कारण धर्म भी अधर्म बन जाता है। प्रजापति दक्ष ने यज्ञ यज्ञ किया था। यज्ञ करना ही धर्म है, लेकिन शिव विरोध में किया, जिसके कारण दक्ष के लिए विनाश का कारण बना। मानव प्राणी को वही करना चाहिए, जिससे हर प्राणी को आनंद मिले। जो जीव मात्र के कल्याण से किया जा सकता है, वही धर्म है। स्वार्थ सिद्धि भावना से जो कार्य किया जाता है, वह अधर्म है। पूजन कार्यक्रम को सफल बनाने में आचार्य रमरत्न पांडे, संयोजक रंजीत श्रोत्रिय व अन्य के द्वारा अहम भूमिका निभाई जा रही है।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें