ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News बिहार लखीसरायचार के बदले खुले दो टिकट काउंटर, टिकट की मारामारी

चार के बदले खुले दो टिकट काउंटर, टिकट की मारामारी

छठ के बाद यात्रियों की बढती भीड़ के सामने टिकट काउंटरों की संख्या कम पड़ी गई है। किऊल स्टेशन के टिकट काउंटर पर टिकट के लिए मारामारी हो रही है। टिकट लेने के लिए काउंटर पर लोगों की लंबी कतार लग रही है।...

चार के बदले खुले दो टिकट काउंटर, टिकट की मारामारी
हिन्दुस्तान टीम,लखीसरायSun, 29 Oct 2017 11:00 PM
ऐप पर पढ़ें

छठ के बाद यात्रियों की बढती भीड़ के सामने टिकट काउंटरों की संख्या कम पड़ी गई है। किऊल स्टेशन के टिकट काउंटर पर टिकट के लिए मारामारी हो रही है। टिकट लेने के लिए काउंटर पर लोगों की लंबी कतार लग रही है। घंटों लाइन में खड़े रहने के बाद भी टिकट लेना संभव नहीं हो पा रहा है। रविवार को लंबी दूरी की ट्रेनों के लिए सुबह से ही लंबी कतार लगी रही। टिकट के लिए लाइन में खड़े लोग रेलवे की व्यवस्था से काफी क्षुब्ध थे। भीड़ के बावजूद भी मात्र दो ही काउंटर से टिकट बुकिंग की जा रही थी।टिकट काउंटर की संख्या कम हाने के कारण भीड़ का दबाव बढता जा रहा है। रेलवे ने संभावित भीड़ को देखते हुए अतिरिक्त काउंटर की व्यवस्था भी नहीं कर रखी है। यात्रियों को टिकट लेने में काफी मशक्कत करनी पड़ रही है।

मानक का चार, खुलते दो ही काउंटर : ए ग्रेड के किऊल स्टेशन पर रेलवे मानक के मुताविक चार टिकट काउंटर होनी थी। चार की जगह मात्र दो ही काउंटरों से टिकट बुकिंग की जाती है। अन्य रूट के यात्री किऊल आकर दुसरे रूट के लिए ट्रेनें बदलते हें। छठ संपन्न होने के बाद लोग अपने काम पर लौट रहे हैं। टिकट काउंटर पर काफी भीड़ है। घंटो लाइन में खड़े रहने के बाद भी टिकट ले पना आसान नहीं हो रहा है। काउंटर पर देरी के कारण लोगों की ट्रेनें भी छूट रही है।

अतिरिक्त काउंटर की नहीं है व्यवस्था : काउंटर पर भीड़ को नियंत्रित करने के लिए किऊल जैसे व्यस्त स्टेशनों पर अतिरिक्त काउंटर की कोई व्यवस्था नहीं है। रेलवे द्वारा पूर्व में अतिरिक्त काउंटर की व्यवस्था की जाती रही थी। इस वार अतिरिक्त काउंटर नहीं होने से मात्र दो ही काउंटर पर यात्रियों की भीड़ उमड़ रही है। यात्री रेलवे की व्यवस्था को कोस कर अपना भड़ास निकाल रहे हैं। दोपहर दो बजे अकाल तख्त एक्सप्रेस से अमृतसर जाने वाले एक बुजुर्ग यात्री ने बताया कि वह दो घ़टे से लाइन में खड़े हैं। भीड़ बढती जा रही है। टिकट लेना संभव नहीं हो रहा है। रेलवे को किऊल जैसे स्टेशनों पर काउंटरों की संख्या बढानी चाहिए थी। लाइन में खड़े सैकड़ों यात्रियों की यही स्थिति है।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें