नहाय-खाय के साथ शुरू हुआ चार दिवसीय छठ महापर्व
लोक आस्था का चार दिवसीय महाछठ पर्व बुधवार को नहाय- खाय के साथ शुरू हो गया। छठ पर्व के पहले दिन व्रति प्रात: कालिन स्नान कर भगवान भाष्कर को भोग लगाकर श्रद्धा, आस्था, शुद्धता, पवित्रता, नेम निष्ठा के...
लोक आस्था का चार दिवसीय महाछठ पर्व बुधवार को नहाय- खाय के साथ शुरू हो गया। छठ पर्व के पहले दिन व्रति प्रात: कालिन स्नान कर भगवान भाष्कर को भोग लगाकर श्रद्धा, आस्था, शुद्धता, पवित्रता, नेम निष्ठा के साथ भोजन कर व्रत का आगाज किया। दूसरे दिन व्रती द्वारा खरना का प्रसाद बनाया जायेगा। नहाए-खाए के दिन खासतौर पर कद्दू की सब्जी बनायी जाती है। ऐसी मान्यता है कि कद्दू की सब्जी व चना की दाल से काफी शुद्ध होता है, साथ ही कई बीमारियां को खत्म करती है, इसलिए पहले कद्दू व चना का दाल खाया जाता है। विद्वान पंडितों का मानना है कि छठ महापर्व खासकर शरीर, मन, तन और आत्मा की शुद्धि का पर्व है। वैदिक मान्यता है कि नहाए -खाए से सप्तमी के पारण तक उन भक्तों पर षष्ठी माता की कृपा बरसती है जो श्रद्धापूर्वक व्रत करते है। इसलिए इस व्रत में स्वच्छता का खास ख्याल रखा जाता है।
रेट चार्ट
सेब 80-100 रुपए किग्रा
नारंगी 40-40 रुपए किग्रा
अनार 140-160 रुपए किग्रा
चिनिया केला 40-50 रुपए दर्जन
सिंगापुर केला 30-40 रुपए दर्जन
अनानस 40-50 रुपए पीस
मूली 40-60 रुपए किग्रा
डाब नीबू 20-30 रुपए पीस
नारियल 40-60 रुपए पीस
अमरूद 60-80 रुपए किग्रा
पानी फल 40-50 रुपए किलो
ईख 40-50 रुपए पीस
हलदीकच्चा 10-15 रुपए पीस
आदी कच्चा 10-15 रुपए पीस
सांचा 80 रुपए किग्रा
बद्धी 10-50 रुपए दर्जन
सूप 80-100 रुपए पीस
टोकरी 140-180 रुपए पीस
सुपती 25-40 रुपए पीस
मोनी 15-20 रुपए पीस
घी 500-1000 रुपए किग्रा
गीला गुड़ 40 रुपए किग्रा
अरवा चावल 50-100 रुपए किग्रा