सदर अस्पताल में मरीजों की संख्या डेढ़ गुनी हुई
सदर अस्पताल में इन दिनों मरीजों की लंबी कतार लग रही है। बुधवार को मेडिसिन ओपीडी में मरीजों की संख्या 165-170 से बढ़कर 275 तक पहुंच चुकी है। ओपीडी में आने वाले मरीजों के 40 से 50 फीसदी मरीज वायरल...
सदर अस्पताल में इन दिनों मरीजों की लंबी कतार लग रही है। बुधवार को मेडिसिन ओपीडी में मरीजों की संख्या 165-170 से बढ़कर 275 तक पहुंच चुकी है। ओपीडी में आने वाले मरीजों के 40 से 50 फीसदी मरीज वायरल इन्फेक्शन के हैं। बरसात के बाद मेडिसिन ओपीडी के साथ-साथ शिशु रोग, चर्मरोग व आंखों की परेशानी के मरीजों में भी काफी इजाफा हुआ है। स्किन ओपीडी में मरीजों की संख्या लगभग डेढ़ गुना से भी अधिक हो गई है। थोड़ी सी सर्दी-खांसी, जुकाम, पेट दर्द, सिर दर्द व उल्टी होने पर लोग कोरोना संक्रमण को ध्यान में रखते हुए कोई रिस्क नहीं लेना चाहते हैं। सीधे चिकित्सक की सलाह लेने अस्पताल का रूख कर रहे हैं। सदर अस्पताल में आने वाले अधिकतर मरीज को मौसम परिवर्तन के कारण हुए सीजनेबल बीमारी का इलाज चिकित्सक से करवाते देखा जा रहा है। जिसमें सर्दी-खांसी, जुकाम से लेकर चर्मरोग से पीड़ित सभी उम्र के महिला व पुरुष मरीज शामिल हैं।
कोरोना को मन से निकालें हर कोई
सदर अस्पताल उपाधीक्षक डॉ. अशोक कुमार ने कहा कि ऐसी कोई बात नहीं है, लोगों के मन कोरोना को लेकर जो खौफ पैदा हो गया है। उसे मन से निकालने की जरूरत है। मौसम चेंज होने पर लोगों के स्वास्थ्य में बदलाव होना स्वाभाविक लक्षण है। लोगों को इससे घबराने की कोई जरूरत नहीं है। सदर अस्पताल उपाधीक्षक डॉ. अशोक कुमार की माने तो सीजनेबल बीमारी से थोड़ा सावधानी बरतने के बाद आसानी से बचा जा सकता है।