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मानसून ने किसानों को किया गदगद

मॉनसून की मेहरबानी से किसानों के चेहरे खिल उठे हैं। इस बार मॉनसून की बारिश सही समय से हो रही है। 15 जून से ही मॉनसून बिहार में प्रवेश कर चुका है। 15 जून से लगातार रूक-रूक कर कभी रात में तो कभी दोपहर...

मानसून ने किसानों को किया गदगद
हिन्दुस्तान टीम,लखीसरायFri, 26 Jun 2020 11:13 PM
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मॉनसून की मेहरबानी से किसानों के चेहरे खिल उठे हैं। इस बार मॉनसून की बारिश सही समय से हो रही है। 15 जून से ही मॉनसून बिहार में प्रवेश कर चुका है। 15 जून से लगातार रूक-रूक कर कभी रात में तो कभी दोपहर में बारिश हो रही है। यह सिलसिला शुक्रवार को भी जारी रहा। कृषि विभाग रेनफॉल डाटा के आंकड़ों पर गौर करें तो जून माह में औसत सामान्य वर्षापात 175 एमएम है। 22 जून तक सामान्य औसत वर्षापात 128 एमएम है। 22 जून तक सामान्य वर्षापात की तुलना में वास्तविक वर्षापात 97 फीसदी अधिक हुई। 15 जून को सबसे अधिक वर्षा 22 एमएम पिपरिया प्रखंड में , बड़हिया प्रखंड में 20 एमएम और सूर्यगढ़ा प्रखंड में 18 एमएम बारिश हुई। इन सात दिनों में लखीसराय जिले के लखीसराय सदर प्रखंड में बारिश होने से किसानों ने खुशी व्यक्त की है।

सोयाबीन को साहस

लगातार बारिश होने के कारण सोयाबीन फसल को भी साहस मिली। मक्का व सोयाबीन की फसलों में हरियाली छा गई है। खेतों में मक्का व सोयाबीन के फसल दियारा क्षेत्र में लहलहा रहा है। अगर मौसम अनुकुल रहा तो इस बार खरीफ फसल की अच्छी पैदावार होने की संभावना किसानों ने जतायी है। इधर कृषि विभाग के अधिकारी ने बताया कि खरीफ फसल का अब तक कितना आच्छादन किया गया है, इसकी रिपोर्ट तैयार की जा रही है। अग्रतर धान का मोरी पारने वाले किसान खेतों में धान की रोपनी भी शुरू कर दिए हैं। इस बीच किऊल नदी के जलस्तर में लगातार वृद्घि होती जा रही है। ग्रामीणों व किसानों के अनुसार बाढ़ सुरक्षा तटबंध कई स्थान पर जर्जर है। मिट्टी काटने या बोल्डर हटा देने से बाढ़ के पानी के प्रवेश का खतरा है।

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