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लता सेवा सदन में प्रसूता की मौत, हंगामा

लखीसराय जिले के कबैया थाना क्षेत्र में संचालित एक अवैध क्लीनिक में सोमवार की सुबह प्रसूता की मौत पर परिजनों ने जमकर हंगामा किया। हंगामे के दौरान डाक्टर एवं अन्य कर्मी क्लिनिक छोड़कर फरार हो गए।...

लता सेवा सदन में प्रसूता की मौत, हंगामा
हिन्दुस्तान टीम,लखीसरायMon, 14 Oct 2019 02:59 PM
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लखीसराय जिले के कबैया थाना क्षेत्र में संचालित एक अवैध क्लीनिक में सोमवार की सुबह प्रसूता की मौत पर परिजनों ने जमकर हंगामा किया। हंगामे के दौरान डाक्टर एवं अन्य कर्मी क्लिनिक छोड़कर फरार हो गए। हंगामा बढ़ा तो कबैया थाना पुलिस एवं एसडीएम वहां पहुंचे और परिजनों को शांत कराते हुए अवैध रूप से संचालित क्लिनिक को सील कर दिया।

जानकारी के अनुसार पुरानी बाजार संतर मुहल्ला में किराए पर रहे पटना जिला के भदौर थानाक्षेत्र के दरवे निवासी संतोष कुमार अपनी पत्नी अनीता देवी (30) का प्रसव कराने के लिए शुक्रवार की रात लगभग 12 बजे सदर अस्पताल पहुंचे। महिला का इलाज शनिवार की दोपहर दो बजे तक सदर अस्पताल में चला। सदर अस्पताल में इलाज के दौरान महिला की स्थिति बिगड़ने लगी तो परिजन उसे निजी क्लिनिक में ले जाने के लिए सदर अस्पताल परिसर में लगे ऑटो को रिजर्व कर डा.विनीता के यहां चलने को कहा। ऑटो चालक दलाली का रकम पाने के चक्कर में उसे सदर अस्पताल के पास अवैध रूप से चल रहे निजी क्लिनिक लता सेवा सदन लेकर चला गया, जहां प्रसव के बाद प्रसूता की खून चढ़ाने के दौरान रविवार की रात लगभग एक बजे मौत हो गई।

*ऑटो चालक करता है निजी क्लिनिक की दलाली*

सदर अस्पताल परिसर में निजी क्लिनिक से सांठ गांठ रखने वाले ऑटो चालक पूरे दिन मौजूद रहते हैं। सदर अस्पताल में गंभीर रूप से बीमार या प्रसव के लिए आने वाले महिलाओं को ऑटो चालक कमीशन ज्यादा देने वाले तथा सेटिंग के क्लिनिक में ले जाते हैं। जहां मरीजों से लिए जाने वाले राशि का 10 से 15 प्रतिशत कमीशन ऑटो चालक को दिया जाता है। सदर अस्पताल से बेहतर इलाज के लिए निकल रही अनीता को भी ऑटो चालक ने कमीशन के चक्कर में लता सेवा सदन पहुंचा दिया। महिला की गंभीर स्थिति को निजी क्लिनिक संचालक ने प्रसव के लिए आपरेशन कर दिया। आपरेशन कर प्रसव कराया गया, जिसमें बच्चा की स्थिति ठीक है, जबकि जच्चा की मौत हो गई।

*खून चढ़ाने के दौरान हुई प्रसूता की मौत*

आपरेशन करके शनिवार की शाम प्रसव कराने के बाद रविवार को प्रसूता की स्थिति बिगड़ने लगी तो निजी क्लिनिक संचालक ने खून चढ़ाने की बात कही। महिला को रविवार की शाम से खून चढ़ाया जाने लगा। स्थिति बिगड़ने पर कई बार खून चढ़ाना बंद कर दिया जाता था। कुछ देर बाद फिर से खून चढ़ाया जाता था। इसी क्रम में रविवार रात्रि लगभग एक बजे के आसपास प्रसूता की मौत हो गई।

*प्रसूता की मौत पर हंगामा*

मृत प्रसूता बड़हिया प्रखंड के पाली पंचायत की मुखिया अनीता देवी की रिश्तेदार है। प्रसूता की मौत की जानकारी मिलने पर परिजन धीरे धीरे लता सेवा सदन पहुंचने लगे। परिजनों की आवाजाही देखकर निजी क्लिनिक संचालक, डाक्टर एवं अन्य कर्मी प्रसूता के शव एवं क्लिनिक छोड़कर फरार हो गए। परिजनों ने क्लिनिक के किसी भी कर्मी के नहीं मिलने पर हंगामा शुरू कर दिया, क्लिनिक में तोड़ फोड़ पर उतारू हो गए। मामले की जानकारी मिलने पर कबैया थानाध्यक्ष राजीव कुमार पहुंचे और परिजनों को समझाने बुझाने लगे। इसी बीच एसडीएम मुरली प्रसाद सिंह पहुंचे और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजवाते हुए अवैध रूप से संचालित क्लिनिक को सील कर दिया।

*परिजनों को मिलना चाहिए न्याय*

मृत प्रसूता अनीता देवी की गोतनी खुशबू देवी ने कहा कि पूरे इलाज के दौरान वह साथ थी। पैसा बनाने के चक्कर में क्लिनिक वालों ने खून चढ़ाने सहित अन्य तरह के काम किये। क्लिनिक में डाक्टर की कोई व्यवस्था नहीं थी, जैसे तैसे इलाज किया जा रहा था। ऐसे क्लिनिक वाले रोगियों के जान से खिलवाड़ करते हैं। अवैध रूप से संचालित क्लिनिक पर समुचित कार्रवाई ही मृतका को न्याय दिला सकता है।

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