ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News बिहार लखीसराय11 बजे के बाद अब मास्क दुकानें भी बंद

11 बजे के बाद अब मास्क दुकानें भी बंद

बिहार सरकार द्वारा जारी लॉकडाउन के आठवें दिन बंद का व्यापक असर दिखा। सुबह से बाजारों में लोगों की अच्छी खासी चहल-पहल दिखी। वहीं 11 बजते ही दुकानों का शटर डाउन होने...

11 बजे के बाद अब मास्क दुकानें भी बंद
हिन्दुस्तान टीम,लखीसरायThu, 23 Jul 2020 11:44 PM
ऐप पर पढ़ें

बिहार सरकार द्वारा जारी लॉकडाउन के आठवें दिन बंद का व्यापक असर दिखा। सुबह से बाजारों में लोगों की अच्छी खासी चहल-पहल दिखी। वहीं 11 बजते ही दुकानों का शटर डाउन होने लगा।

गुरुवार को तो 11 बजे के बाद मास्क दुकानों को भी पुलिस ने बंद करा डाला। बताया जा रहा था कि मास्क के बहाने भी खासकर युवा वर्ग सड़कों पर मटरगश्ती करने निकल पड़ते थे। हालांकि 11 बजे के बाद शहर की सड़कें सुनसान पड़ गई।

दोपहर के समय शहर की कई ऐसी सड़कें भी दिखी, जहां इक्के-दुक्के लोग भी नजर नहीं आए। अन्य दिनों की अपेक्षा गुरुवार को बहुत कम संख्या में लोगों की चहलकदमी देखी गई। जिले में स्थिति सभी सरकारी कार्यालय में नहीं के बराबर लोग दिखे। नगर परिषद् कार्यालय में भी कुछ ही कर्मी देखे गए। सड़कों पर चलने वाले दो पहिया, तीन पहिया वाहन भी कम ही संख्या में दिखे। शहीद द्वारा के पास जहां हमेशा आधा दर्जने से अधिक गाडि़यां लगी रहती थी। वहां नहीं के बराबर वाहन दिखे। हालांकि सुबह 10 बजे से पहले शहर की स्थित इससे विपरीत थी। केआरक मैदान के पास काभी संख्या में भीड़ लगी दिखी। यहां लोग सोशल डिस्टेंस का पालन किए बगैर सामान खरीद रहे थे।

डाकघरों में दिखे इक्के-दुक्के लोग: नया बाजार स्थित डाकघर में इक्के-दुक्के लोगों की ही मौजूदगी दिखी। अमूमन डाकघर में सोशल डिस्टेंसिंग की नियमों की धज्जियां उड़ती दिखती थी, लेकिन गुरुवार को ऐसा नहीं दिखा। इसमें कुछ लोग रजिस्ट्री कराने आये हुए थे। कुछ लोग अपने पासबुक को अपडेट कराने आये हुए थे। यहां अच्छी बात यह दिखा कि लोग सोशल डिस्टेंस में कतारबद्ध तरीके अपने बारी का इंतजार कर रहे थे। लेकिन चिंता की बात थी कि यहां कांउटर पर बैठे कुछ कर्मी मास्क नही लगाये हुए थे। जो अन्य लोगों के लिए खतरे की हो सकते हैं।

ग्रामीण इलाकों में जागरूकता कम: शहरी इलाकों में बहुत हद तक स्थिति ठीक है, लेकिन अभी सबसे चिंताजनक स्थिति ग्रामीण इलाकों में बनी हुई है। जहां लोग बेखौफ घूम रहे हैं। बिना सोशल डिस्टेंस के पालन किए लोग झूंड में खड़े दिख रहे हैं। इन लोगों के बीच ना ही सोशल डिस्टेंस होता है और ना ही चेहरे पर मास्क होता है। वहीं ग्रामीण इलाकों में संक्रमण फैलने का खतरा अधिक होता है। यहां पुलिसिया गतिविधियों के कम होने से भी इस तरह की स्थितियां उत्पन्न हो रही है।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें