10 वर्षों से वैज्ञानिक विधि से सब्जी की खेती कर बनाई पहचान
हलसी। शारदीय नवरात्र का महीना है जहां श्रद्धालु मां दुर्गा के अलग अलग स्वरूपों...

हलसी। शारदीय नवरात्र का महीना है जहां श्रद्धालु मां दुर्गा के अलग अलग स्वरूपों की पूजा अर्चना कर उन्हे मानने में लगे है। वही महिलाए भी अब के दौर में अलग अलग प्रकार से अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर रही है। जिले के हलसी प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत मोहद्दीनगर पंचायत स्थित रघुनंदनबीघा गांव निवासी महेंद्र महतो की पत्नी उषा देवी 10 वर्षो से वैज्ञानिक विधि से सब्जी की मिश्रित खेती कर अपने जीवन को संवारने में लगी है।वैसे तो भारत कृषि प्रधान देश है और कृषि के क्षेत्र में भारत के पुरुषों का काफी दब दबा रहा है।ऐ से में महिलाएं खेती कर पुरुषों को पिछे छोड़ रही है। महिला किसान उषा देवी ने बताया की मेरे पास दो बीघा जमीन है जिसमे पहले अन्य किसानों की तरह धान की खेती कर रहे थे।
लेकिन उस वक्त हमारी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी। जिसके बाद हम कृषि विज्ञान केंद्र हलसी के लिए रुख किए और वहां से जो जानकारी हमे मिली उसके बाद हम वैज्ञानिक विधि से अलग अलग प्रकार की सब्जी की मिश्रित खेती करना शुरू किया। जिससे काफी ज्यादा हुआ।जिसके बाद धीरे धीरे खेती करने के लिए लोगो से जमीन लेकर उसमे सब्जी लगाया और अच्छा खासा मुनाफा हुआ। जिसके बाद से हमारे परिवार की स्थिति ठीक हुई। इससे पहले छोटा सा काम भी पड़ता था तो दूसरो से कर्ज लेना पड़ता था। लेकिन अब सब्जी को खेती करने से अब किसी की जरूरत नहीं पड़ती है। अच्छा खासा सब्जी में हमे मुनाफा दिखा जिसके बाद से हम सब्जी की खेती कर रहे है। अपने परिवार का भरण पोषण करने के साथ साथ बच्चो को भी उच्च स्तर की शिक्षा के लिए पढ़ाई करवा रहे है।अब हमे किसी भी प्रकार की कोई समस्या नहीं है। उषा देवी को कई कार्यक्रम में सम्मानित भी किया गया।बता दे की प्रमंडल स्तरीय प्रदर्शनी में उषा देवी के बैगन के एक पेड़ में डेढ़ किलो बैगन हुआ था। जिसे प्रदर्शनी में दिखाया गया था। जिसको लेकर प्रमंडलीय अधिकारियों द्वारा दो हजार रुपए देकर पुरुस्कृत भी किया गया है।
उषा को देख अन्य महिलाएं कर रही सब्जी की खेती: दरअसल जब से उषा देवी खेती करना शुरू की थी तो गांव की महिलाएं खेती नहीं करती थी। लेकिन खेत में मजदूर की तरह कार्य करती थी। जब महिलाओ ने देखा उषा देवी सब्जी की खेती कर अच्छा मुनाफा कमा रही है। उषा को देख अन्य महिला उन्हें देख कर खेती करना शुरू की और कृषि विज्ञान केंद्र जाने लगी। जिससे लोग वहां से प्रेरित होने के बाद अब सफल मिश्रित सब्जी की खेती कर रही है।
खेती के साथ गाय और बकरी पालन भी कर रही हैं उषा: उषा देवी ने बताया की सब्जी के बाद हम गाय का पालन करना शुरू किए। इससे पूर्व भैंस रखे थे जो एक महिला के लिए संभव नहीं है। उसे नित्यदिन चारा के लिए खेत ले जाना पड़ता है। जिसके बाद भैंस बेचकर दो गाय लिए। जो अभी बारह लीटर दूध तीन टाईम में कर रही है। वही पांच बकरी से हमने बकरी पालन करना शुरू किया और आज हमारे पास पंद्रह बकरी है।
