लखीसराय: चार घंटे की छूट में बढ़ रहा संक्रमण का खतरा
जिले में लॉकडाउन का पालन सख्ती से होने का दावा किया जा रहा है। हो भी रहा है, लेकिन यह सिर्फ सुबह के 11 बजे के बाद से हो रहा है। इससे पहले यानी सुबह...
लखीसराय। कार्यालय संवाददाता
जिले में लॉकडाउन का पालन सख्ती से होने का दावा किया जा रहा है। हो भी रहा है, लेकिन यह सिर्फ सुबह के 11 बजे के बाद से हो रहा है। इससे पहले यानी सुबह सात से 11 बजे तक की छूट से सरकार के तमाम गाइडलाइंस ध्वस्त होते दिख रहे हैं। दिनभर के किये-कराये पर सुबह का चार घंटा पानी फेर रहा है। बाजार में जिस तरीके से लोगों की भीड़ उमड़ रही है, उससे कोरोना संक्रमण पर रोकथाम तो दूर, संक्रमण के और तेजी से फैलने की आशंका जाहिर हो रही है।
दरअसल, लॉकडाउन के बीच सरकार ने सुबह के सात बजे से 11 बजे तक खरीदारी कर लेने का निर्देश जारी किया है। इस बीच खाद्य सामग्री से लेकर अन्य जरूरी दुकानों को ही खोलने का आदेश दिया गया है, लेकिन इस बीच चोरी छिपे कुछ गैर जरूरी दुकानें भी खुल जा रही है। ऐसे में जरूरी सामानों की खरीदारी करने वालों के साथ-साथ गैर जरूरी सामानों की खरीदारी करने भी ग्राहक पहुंच जा रहे हैं। नतीजतन शहर की सड़कों पर आम दिनों की तरह ही लोगों की भीड़ देखी जा रही है। भीड़ का हाल यह है कि मानों को मेला लगा हो। न तो सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हो रहा है और न ही कई लोग मास्क पहन रहे हैं। सब्जी-फल विक्रेताओं को भी जहां दुकानें लगाने का निर्देश दिया गया था, वे भी अपनी मनमानी जारी रखते हुए सड़कों पर ही जहां-तहां दुकान लगा रहे हैं, जिसकी वजह से भीड़ की स्थिति बन रही है।
ये दुकानें भी हो रही संचालित
गैर जरूरी दुकानों में कपड़ा, हार्डवेयर, चूड़ी-लहठी सहित अन्य तरह की दुकानें खुल रही है। कुछ ऐसे दुकानदार हैं, जो चार से पांच पैकेट दूध रखकर अन्य सामानों की भी बिक्री कर रहे हैं। नया बाजार में शुक्रवार की सुबह मनिहारी की दुकानें खुली रहीं। गौशाला के सामने जेनरल स्टोर का संचालन होता रहा। खासकर कपड़ों की दुकानों में चोरी छिपे भीड़ लगाकर ग्राहकों को कपड़े उपलब्ध कराए जा रहे हैं। कुछ जगहों पर सुबह 11 बजे के बाद भी कपड़ों की बिक्री होती दिख रही है।
कपड़े के लिए भटकता रहा दूल्हा
सूर्यगढ़ा का एक युवक अपनी शादी के लिए कपड़े की खरीदारी करने लखीसराय पहुंचा था। लॉकडाउन में भी कपड़े उपलब्ध होने की जानकारी दूल्हे को थी। उन्हें बताया गया था कि कुछ दुकानदार अंदर से ही अपना कारोबार संचालित करते हैं। बाहर से शटर को खटखटाने पर अंदर से शटर खोला जाएगा और उन्हें अंदर बुलाकर कपड़े दे दिए जाएंगे। इसी जानकारी के साथ दूल्हा शुक्रवार को लखीसराय शहर पहुंचा, लेकिन उन्हें कपड़े खरीदने में थोड़ी मशक्कत हुई। कपड़ों के दुकानों का शटर खटखटाते-खटखटाते दूल्हा नगर परिषद् के सामने पोशाक घर भी पहुंच गया, जिस कपड़े की शो-रूम को दो दिन पहले जिला प्रशासन ने दुकान खोलने के जुर्म में सील कर दिया था। हालांकि काफी देर तक शटर खटखटाने के बाद भी नहीं खोलने पर युवक इधर-उधर दुकान के बारे में जानकारी लेने लगा, तो उसे मालूम हुआ कि दुकान को सील कर दिया गया है। इसी में से एक ने दूल्हे को नया बाजार में एक दुकान के बारे में जानकारी दी। वहां पहुंचने पर दूल्हे को उनके पसंद का कपड़ा आसानी से उपलब्ध हो गया। लॉकडाउन के बीच भी कपड़ा दुकानदारों की मनमानी जारी है।