किऊल: पहली बार दौड़ी इलेक्ट्रिक पैसेंजर ट्रेन
कोरना महामारी के कारण बंद पड़ी रेल सेवा धीरे-धीरे पटरी पर लौट रही है। सात महीने के बाद किऊल-जमालपुर रेलखंड पर पैसेंजर ट्रेन की सेवा बहाल की गई। शनिवार को नई मेमू रैक साहेबगंज, भागलपुर, जमालपुर, कजरा,...
कोरना महामारी के कारण बंद पड़ी रेल सेवा धीरे-धीरे पटरी पर लौट रही है। सात महीने के बाद किऊल-जमालपुर रेलखंड पर पैसेंजर ट्रेन की सेवा बहाल की गई। शनिवार को नई मेमू रैक साहेबगंज, भागलपुर, जमालपुर, कजरा, अभयपुर के साथ सभी छोटे बड़े स्टेशन के सवारियों को लेते हुए पूर्व पूर्व निर्धारित समय दोपहर के 1।40 में किऊल स्टेशन पंहुची। किऊल स्टेशन पर यह ट्रेन चार नंबर प्लेटफॉर्म पर आई। इसके बाद इसी प्लेटफॉर्म से किऊल स्टेशन से सवारी लेकर जमालपुर को रवाना हो गई। इधर किऊल स्टेशन पर ट्रेन आने के पहले से दर्जनों यात्री ट्रेन आने का इंतजार कर रहे थे। वहीं ट्रेन आने के बाद सैकड़ों यात्री ट्रेन से किऊल स्टेशन पर उतरे। इसमें कई यात्री ऐसे ही थे, जो ट्रेन से सफर करने के शौक को पूरा करने के लिए आये हुए थे। जानकारी के मुताबिक पहली बार किऊल-जमालपुर रूट पर पहली इलेक्ट्रिक इंजन वाली पैसेंजर ट्रेन किऊल स्टेशन आयी है। इससे पहले सिर्फ इस रूट पर डीजल से चलने वाली पैसेंजर ट्रेनें चलाई जाती थी। नई रैक में अधिक यात्रियों के बैठने की क्षमता है। इसके साथ इलेक्ट्रिक इंजन से ट्रेन की स्पीड भी बढ़ी है। यात्रियों को जमालपुर जाने के लिए पहले से काम समय लगे।