ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News बिहार लखीसराय24 दिन में चार कुपोषित बच्चे ढूंढ पाई टीम

24 दिन में चार कुपोषित बच्चे ढूंढ पाई टीम

कुपोषण दूर करने के लिए प्रशासन द्वारा ताम झाम के साथ जारी हुए कार्यक्रम के 24 दिन में जिले भर में महज चार कुपोषित बच्चों की पहचान की जा सकी है, जबकि महज दो अति कुपोषित बच्चों को पोषण पुनर्वास केंद्र...

24 दिन में चार कुपोषित बच्चे ढूंढ पाई टीम
हिन्दुस्तान टीम,लखीसरायTue, 25 Sep 2018 12:57 AM
ऐप पर पढ़ें

कुपोषण दूर करने के लिए प्रशासन द्वारा ताम झाम के साथ जारी हुए कार्यक्रम के 24 दिन में जिले भर में महज चार कुपोषित बच्चों की पहचान की जा सकी है, जबकि महज दो अति कुपोषित बच्चों को पोषण पुनर्वास केंद्र भेजा जा सका है।

यह स्थिति तब है, जबकि पिछले कुछ दिनों से जागरूकता रैली, पोषण मेला सहित कई कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। कार्यक्रम में आईसीडीएस, स्वास्थ्य विभाग, जीविका एवं आशा जैसे महत्वपूर्ण विभाग को शामिल किया गया है। कुपोषण दूर करने के लिए प्रशासन द्वारा समीक्षा भी की जाती है, बावजूद अपेक्षाकृत परिणाम नहीं मिल पाया है। एक सितंबर से एक माह तक चलने वाले पोषण माह के दौरान मात्र दो अतिकुपोषित बच्चे को सदर अस्पताल में संचालित पोषण पुर्नवास कैम्प भेजा गया है। वहीं विभाग की मानें तो सदर प्रखंड में दो और अतिकुपोषित बच्चों की पहचान की गई है। साथ ही अन्य प्रखंड में अतिकुपोषित बच्चो की पहचान की जा रही है।

पोषण माह के दौरान मंगलवार को सभी प्रखंड एवं बुधवार को जिला मुख्यालय में पोषण मेला का आयोजन किया गया है। ऐसे सदर अस्पताल में संचालित पोषण पुनर्वास केन्द्र में अगस्त महीने में अतिकुपोषित 13 लड़का एवं 8 लड़की का इलाज कर घर भेजा गया। चालू माह में भी 13 अतिकुपोषित बच्चो का इलाज एवं पोषण को लेकर आहार दिया जा रहा है। पोषण पुनर्वास केन्द्र में ही पूरा दुरूस्त व्यवस्था नहीं है। इसके कारण बच्चे कम संख्या में आते हैं। वहां नर्स के द्वारा कुपोषित बच्चो का इलाज एवं देखरेख किया जाता है।

कुपोषण दूर करने के लिए आईसीडीएस, स्वास्थ्य विभाग, जीविका एवं आशा की टीम बनाकर कार्य करने किया जा रहा है। बैठक के दौरान डीएम एसके चौधरी ने सभी को आपस में समन्वय बनाकर कार्य करने का सख्त निर्देश दिया था, बावजूद टीम द्वारा अपेक्षाकृत परिणाम नहीं दिया जा सका। खासकर आशा एवं अंागनबाड़़ी सेविका सहायिका के आए दिन हो रहे प्रदर्शन एवं हड़ताल का असर भी योजना के क्रियान्वयन पर पड़ा है।

किया जाएगा सघन प्रयास: आईसीडीएस डीपीओ। आईसीडीएस डीपीओ कुमारी अनुपमा का कहना है कि टीम एवं प्रशासन कुपोषित बच्चो के पहचान एवं पोषण पुनर्वास केन्द्र पहुंचाने के लिए युद्धस्तर पर काम कर रही है। कुछ चिन्हित अतिकुपोषित बच्चो के अभिभावक बच्चे को केन्द्र पर नहीं ले जाना चाह रहे हैं, ऐसे अभिभावक को समझाकर केन्द्र पर ले जाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। जिला स्तर पर पोषण मेला के बाद सभी कुपोषित बच्चो को केन्द्र पहुंचाने के लिए सघन प्रयास किया जाएगा।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें