आरटीपीएस काउंटर पर राशन कार्ड की इंट्री स्लो
गरीब लाभुकों का राशन कार्ड बनाना प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती बनकर उभरा है। सदर प्रखंड स्थित आरटीपीएस कांउटर पर जेनरेट किए गए आवेदनों की इंट्री करने की प्रक्रिया काफी स्लो है। इंट्री की प्रक्रिया स्लो...
गरीब लाभुकों का राशन कार्ड बनाना प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती बनकर उभरा है। सदर प्रखंड स्थित आरटीपीएस कांउटर पर जेनरेट किए गए आवेदनों की इंट्री करने की प्रक्रिया काफी स्लो है। इंट्री की प्रक्रिया स्लो रहने से वार्ड पार्षदों व लाभुकों में प्रशासन के प्रति आक्रोश पनप रहा है। मई महीने में ही राशन कार्ड से वंचित लाभुकों का चयन व सर्वे करने की प्रक्रिया पूरी की गई। आवेदकों से राशन कार्ड का फॉर्म भरवाया गया। कम्प्यूटर में जांच-पड़ताल के बाद इंट्री की गई। नगर प्रशासन के द्वारा शहरी क्षेत्र के कुल 33 वार्डों से 5590 लाभुकों का चयन कर कम्प्यूटर में इंट्री मई महीने में पूरी कर ली गई। 5590 में से 3867 आवदेन जेनरेट कर ली गई। शेष आवेदनों का जेनरेट करने की प्रक्रिया जारी है।
नप प्रशासन के द्वारा जेनरेट की गई 1029 आवेदनों को प्रखंड कार्यालय के आरटीपीएस कांउटर पर इंट्री करने के लिए जमा करवाया गया, लेकिन 15 दिनों में 200 आवेदन भी इंट्री नहीं हो सका। विभागीय अधिकारियों ने बताया कि आरटीपीएस कांउटर के ऑपरेटर के द्वारा नप के द्वारा भेजे गए आवेदनों को इंट्री करने में दिलचस्पी नहीं ली जा रही है। हर दिन 15 से 20 आवेदन ही इंट्री की जाती है। ऐसे में सवाल उठना लाजिमी है कि नप क्षेत्र के लोगों को राशन कार्ड मिलेगा या नहीं, संशय बरकरार है। प्रशासन पर लोग कई तरह के सवाल भी उठा रहे हैं। नप के द्वारा इंट्री की गई आवेदकों का प्रपत्र क जेनरेट की प्रक्रिया भी अंतिम चरण में है। विभागीय गाइड लाइन के अनुसार जेनरेट की गई आवेदनों को सदर प्रखंड आरटीपीएस कांउटर पर नप प्रशासन के द्वारा जमा करवायी गई और जमा करने की प्रक्रिया जारी है। देर होने से आवेदकों में आक्रोश है।