ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News बिहार लखीसरायप्रोपर्टी डीलर हत्याकांड में अपराधियों के अलग अलग बोल

प्रोपर्टी डीलर हत्याकांड में अपराधियों के अलग अलग बोल

टाउन थाना क्षेत्र के विद्यापीठ चैक स्थित मेघ राय नगर में 11 मार्च को प्रोपटी डीलर अरुण सिंह हत्याकांड में गिरफ्तार एवं सरेंडर किए अपराधियों का बयान भले मेल नहीं खा रहा हो लेकिन एक बात सबने स्वीकारी...

प्रोपर्टी डीलर हत्याकांड में अपराधियों के अलग अलग बोल
हिन्दुस्तान टीम,लखीसरायSun, 21 Jun 2020 12:02 AM
ऐप पर पढ़ें

टाउन थाना क्षेत्र के विद्यापीठ चैक स्थित मेघ राय नगर में 11 मार्च को प्रोपटी डीलर अरुण सिंह हत्याकांड में गिरफ्तार एवं सरेंडर किए अपराधियों का बयान भले मेल नहीं खा रहा हो लेकिन एक बात सबने स्वीकारी की पूरानी रंजिश में पूर्व जिला पार्षद ब्रजनंदन शर्मा उर्फ डिलन सिंह के द्वारा हत्याकांड को अंजाम दिलाया गया। गिरफ्तार अपराधियों के बयान भी पूर्व जिला पार्षद के इशारे पर ही दिया हुआ माना जा रहा है। पूर्व में पटना जिला के घोसवरी थाना से गिरफ्तार हुए राहुल उर्फ टिटू एवं राजेश ने पूछताछ के दौरान जो राज पुलिस के समक्ष खोला उससे अगल मनीष ने पुलिस को बताया। टिटू ने पुलिस को बताया कि उसने पूर्व जिला पार्षद से टवेरा गाड़ी खरीदा था जिसके बकाया 50 हजार रूपए के बदले हत्याकांड में भूमिका निभाई। जबकि शूटर का इंतजाम सेउनार के राजेश के द्वारा किया गया था।

मनीष ने पुलिस को कहा कि शूटर का इंतजाम राहुल उर्फ टिटू के द्वारा किया गया था। हत्याकांड को अंजाम देने एवं शूटर को रूपया देने के लिए उसे पूर्व जिला पार्षद के द्वारा 10 लाख रूपए दिया गया। वहीं मनीष ने राहुल से उलट बताया कि हत्या के दिन पूर्व जिला पार्षद के लखीसराय आवास पर सभी इकट्ठा हुए थे और हत्याकांड को लेकर पूरी रणनीति तैयार की गई। जबकि राहुल ने कहा था कि रूदल उसे बाइक से वलीपुर ले गया जहां मनीष के द्वारा उसे एवं शूटर को पिस्टल दिया गया। राहुल एवं राजेश के गिरफ्तारी के बाद टाउन थाना में पीसी के दौरान एसपी सुशल कुमार ने भी माना था कि हत्याकांड में 10 से 15 लाख रूपए का खेल खेला गया है। मुख्य शूटर गौतम एवं पीयूष की गिरफ्तारी से पहले ही पुलिस के द्वारा हत्याकांड का लगभग खुलासा कर लिया गया है। पूर्व जिला पार्षद एवं मनीष दोनों को मृतक प्रोपर्टी डीलर से पुरानी रंजिश थी। मनीष के पिता की हत्या में जहां मृतक शामिल था वहीं पूर्व जिला पार्षद के साथ भी कई केस न्यायालय में चल रहा था जिसका फैसला आना बांकी था।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें