लखीसराय में हड़ताल की वजह से बच्चों का भविष्य हो रहा बर्बाद
नियोजित शिक्षकों की हड़ताल से जिले के आधिकांश बच्चों को मध्याह्न भोजन से वंचित रहना पड़ रहा है। 17 फरवरी से प्रारंभिक शिक्षक और 26 फरवरी से माध्यमिक शिक्षक हड़ताल पर हैं। शिक्षकों की हड़ताल से एक ओर जहां...
नियोजित शिक्षकों की हड़ताल से जिले के आधिकांश बच्चों को मध्याह्न भोजन से वंचित रहना पड़ रहा है। 17 फरवरी से प्रारंभिक शिक्षक और 26 फरवरी से माध्यमिक शिक्षक हड़ताल पर हैं। शिक्षकों की हड़ताल से एक ओर जहां बच्चों की पढ़ाई का नुकसान हो रहा है, वही स्कूल बंद रहने के कारण बच्चों का मिलने वाले माध्याह्न भोजन भी नहीं मिल रहा है। हालांकि उन स्कूलों मे मध्याह्न भोजन नियमित रूप से चालू है, जिसमें प्रभारी नियमित शिक्षक हैं। मिली जानकारी के अनुसार जिले में मात्र 64 स्कू लों में ही भोजन चालू है। आंकड़ों के अनुसार छात्र की संख्या प्रारंभिक स्कूलों में अधिक है।
हड़ताल से बच्चों का भविष्य हो रहा बर्बाद
शिक्षकों की हड़ताल का लगभग एक पखवाड़ा होने जा रहा है। हड़ताल से स्कूलों में ताला जड़ा हुआ है। जिले के अधिकांश बच्चों की शिक्षा-दीक्षा सरकारी स्कूलों के सहारे ही होती है। जिन शिक्षकों के सहारे जिले के बच्चों की शिक्षा-दीक्षा होगी, वे पिछले दो सप्ताह से स्कूलों में ताला बंद कर बीआरसी में धरना पर बैठे हैं। ऐसे में जिले के बच्चों का भविष्य चौपट हो रहा है।