झमाझम बारिश के बाद किसानों के चेहरे खिले, धान की रोपाई ने पकड़ी रफ्तार ।
झमाझम बारिश के बाद किसानों के चेहरे खिले, धान की रोपाई ने पकड़ी रफ्तार
लखीसराय, हिन्दुस्तान संवाददाता ।
बीते कई दिनों से पर रही भीषण गर्मी के बीच बारिश का इंतजार पिछले कई दिनों से किया जा रहा था। बारिश की सबसे ज्यादा जरूरत जिले में धान किसानों को है। मानसून की बेरुखी के कारण जिले में धान की काफी कम रोपाई हो पाई थी। बिना पानी के खेतों दरारें आ रही थी। गुरुवार की शाम से ही बारिश जैसे हालात बनने लगे तो किसानों के बीच उम्मीद पैदा हो गई। वहीं देर शाम बाद मेघा बरसने लगे तो किसानों का मन भी खुश होने लगा और चेहरे खिल उठे। खेतों में पर्याप्त पानी होने के बाद खरीफ की प्रमुख फसल धान की रोपाई में तेजी आ गई है। बदरा के झमाझम बरसने से जो धान रोपे गए थे उन्हें संजीवनी मिल गई है वहीं सूख रही धान के बिचड़े में भी जान आ गई है। अन्नदाता फावड़ा लिए खेतों की मेड़बंदी कर पानी को रोकने में लगे हैं। सूखे खेतों में पानी देख किसान काफी खुश नजर आ रहे हैं। ट्रैक्टर से खेतों की जुताई कर छोटे व बड़े किसान धान रोपाई में लग गए हैं। किसान सुबह ही खेतों की ओर कूच कर जा रहे और श्रमिकों के साथ शाम तक रोपाई का कार्य युद्ध स्तर पर किया जा रहा है। कहीं धान के बिचड़े उखाड़ने तो कहीं खेतों की जुताई कर श्रमिक रोपाई में लग गए हैं। जिले में कुल 41 हजार 902.36 हेक्टेयर में धान की रोपाई का लक्ष्य है जिसके सापेक्ष अभी तक महज 12 हजार 768.55 हेक्टेयर में ही धान की रोपाई संभव हो पाई है। जिला कृषि पदाधिकारी सुबोध कुमार ने बताया कि मानसून के प्रभावी नहीं होने के कारण धान की रोपाई पिछले वर्ष के तुलना में काफी कम हो पाई है। गुरुवार की देर शाम से मौसम ने करवट ली है अगर मौसम इसी तरह मेहरबान रहा तो चार से पांच दिनों में लक्ष्य की प्राप्ति सुगम हो जाएगी। शुक्रवार को हुए बारिश के आंकड़ों पर अगर नजर डालें तो कुल बारिश 234.6 मिमी और औसत बारिश 33.5 मिमी दर्ज किया गया है। प्रखंडवार आकड़ों के अनुसार जिले में सर्वाधिक बारिश हलसी प्रखंड में 52.2 मिमी दर्ज की गई है वहीं पिपरिया प्रखंड सबसे कम 15.4 मिमी बारिश दर्ज की गई है। बड़हिया प्रखंड में 22.6 मिमी, चानन प्रखंड में 26.4 मिमी, लखीसराय प्रखंड में 46 मिमी, रामगढ़ चौक प्रखंड में 33.8 मिमी एवं सूर्यगढ़ा में 38.2 मिमी बारिश दर्ज की गई है।
प्रखंडवार धान की रोपाई और लक्ष्य प्राप्ति के आकड़ों पर अगर नजर डालें तो बड़हिया प्रखंड में कुल लक्ष्य 673 हेक्टेयर के सापेक्ष 317.95 हेक्टेयर, चानन प्रखंड में लक्ष्य 5412.30 हेक्टेयर के सापेक्ष 875.70 हेक्टेयर, हलसी प्रखंड में लक्ष्य 8735 के सापेक्ष 2796.50 हेक्टेयर, लखीसराय प्रखंड में लक्ष्य 6547.60 के सापेक्ष 2168.30 हेक्टेयर, पिपरिया प्रखंड में लक्ष्य 526.50 हेक्टेयर के सापेक्ष 145.35 हेक्टेयर, रामगढ़ चौक प्रखंड में लक्ष्य 9098 हेक्टेयर के सापेक्ष 2977 एवं सूर्यगढ़ा प्रखंड लक्ष्य 10909.96 के सापेक्ष 3487.75 हेक्टेयर धान की रोपाई संभव हो पाई है।
कोट
यह बारिश धान के किसानों के लिए सोना है। वहीं यह सब्जी की फसल के लिए भी फायदेमंद साबित होगी। कुछ दिनों तक फलन में कमी आएगी लेकिन फसल में जान आने के साथ साथ धूप निकलते ही फलन पहले से बेहतर होगा। वहीं उन्होंने बारिश के संबंध में बताया की यह रविवार तक रुक रुक कर बरसती रहेगी और सोमवार से मौसम सामान्य हो जाएगा।
शंभू राय, प्रमुख वैज्ञानिक सह प्रभारी, कृषि विज्ञान केंद्र हलसी
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