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कुल्हे का किया गया सफल प्रत्यारोपण

पिछले कई वर्षों से कुल्हे के दर्द से परेशान होने के बाद इस बीमारी से निजात पाने की उम्मीद खो चुकी अररिया के महिला मरीज को फिर से अपने पैरों पर खड़े होने की उम्मीद जगी है। ऐसा एमजीएम मेडिकल कॉलेज के...

कुल्हे का किया गया सफल प्रत्यारोपण
हिन्दुस्तान टीम,कोसीTue, 19 Feb 2019 12:11 AM
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पिछले कई वर्षों से कुल्हे के दर्द से परेशान होने के बाद इस बीमारी से निजात पाने की उम्मीद खो चुकी अररिया के महिला मरीज को फिर से अपने पैरों पर खड़े होने की उम्मीद जगी है। ऐसा एमजीएम मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों के अथक प्रयास से संभव हुआ है। यह बड़ा ऑपरेशन एमजीएम में नि:शुल्क किया गया है।एमजीएम मेडिकल कॉलेज में निदेशक डॉ. दिलीप कुमार जायसवाल के निर्देश पर सहायक प्रोफेसर सह आथार्े सर्जन डॉ. अविनाश कुमार एवं डॉ. अनुराज जैन के नेतृत्व में महिला के कुल्हे का सफल ऑपरेशन कर प्रत्यारोपण (हीप रिप्लेसमेंट) किया गया।

करीब दो घंटे चले इस मेजर ऑपरेशन में डॉ. अविनाश कुमार व डॉ. अनुभव जैन के नेतृत्व में कुल्हे का सफल प्रत्यारोपण किया गया। अररिया जिले के पलासी की रहने वाली महिला मरीज राजबती देवी अब चल फिर सकेंगी। डॉ. अविनाश कुमार ने बताया कि महिला कई वर्षों से कुल्हे के दर्द से परेशान थी और काफी मुश्किल से दो कदम चलती थी। सिर्फ नित्यक्रिया के लिए किसी तरह जाती थी। अब इस सर्जरी के जरिये उन्हें इस तमाम परेशानी से मुक्ति मिल जायेगी और वह फिर से करीब डेढ़ दो महिने में चलने फिरने लगेगी।

इस ऑपरेशन में डॉ. अविनाश कुमार व डॉ. अनुभव जैन के अलावे डॉ. मोनोदीप बनर्जी, डॉ. भूनेष मोहपाल, डॉ. अभिषेक प्रभाकर, डॉ. अमित राज, डॉ. राहुल राज, डॉ. सौरभ जायसवाल, डॉ. आनंद प्रकाश भी शामिल थे।वहीं एमजीएम के निदेशक डॉ. दिलीप कुमार जायसवाल ने कुल्हे के सफल प्रत्यारोपण के लिए डॉ. अविनाश कुमार एवं डॉ. अनुभव जैन सहित उनकी पूरी टीम को बधाई दी। डॉ. जायसवाल ने कहा कि आगे भी एमजीएम में इस तरह के बड़े ऑपरेशन किये जायेंगे, ताकि इस इलाके के लोगों को अधिक से अधिक लाभ मिल सके।

उन्होंने कहा कि एमजीएम के यूनिवर्सिटी बनने से आने वाले दिनों में सूपर स्पेस्लिटी कोर्स चालू करने में आसनी होगी।उन्होंने कहा कि कुल्हे के दर्द से पीड़ित अररिया के महिला का इलाज एमजीएम में नि:शुल्क किया गया है। जबकि दूसरे शहर के प्राइवेट अस्पताल में इसके इलाज में करीब 3 लाख रुपये तक का खर्च आता है।

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