ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News बिहारघर लौटने लगे सीमांचल के मजदूर

घर लौटने लगे सीमांचल के मजदूर

जम्मू-कश्मीर में जिस तरह से आतंकियों के द्वारा बिहारी मजदूरों की गोली मारकर हत्या कर दी गई। जिसके कारण प्रवासी मजदूरों में भय समा गया है और अब अपने...

घर लौटने लगे सीमांचल के मजदूर
हिन्दुस्तान टीम,कोसीTue, 19 Oct 2021 03:52 AM
ऐप पर पढ़ें

किशनगंज | नगर संवाददाता

जम्मू-कश्मीर में जिस तरह से आतंकियों के द्वारा बिहारी मजदूरों की गोली मारकर हत्या कर दी गई। जिसके कारण प्रवासी मजदूरों में भय समा गया है और अब अपने घर लौटने की तैयारी कर रहे हैं। घटना केबाद सीमांचल के मजदूर घर लौटने लगे हैं। जो भी साधन मिल रहा है उससे मजदूर घर वापसी को बेताब हैं। घाटी में घटना के बाद सीमांचल से गये हजारों मजदूरों के परिजन चिंतित हैं कि अब क्या होगा? किशनगंज जिले से करीब दस हजार मजदूर जम्मू-कश्मीर में मजदूरी करते हैं और ऐसे समय में किस तरह होगें यह भी चिंता उनके परिजनों को सता रही है।

कोरोना के बाद भारी संख्या में मजदूर लोहित एक्सप्रेस, अमरनाथ एक्सप्रेस व कटरा एक्सप्रेस ट्रेन से जम्मू-कश्मीर गये थे। लेकिन अब स्थिति बदलने से वापस अपने घरों की और मजदूर लौटने लगें हैं।

किशनगंज जिले से पोठिया, दिघलबैंक प्रखंड, ठाकुरगंज प्रखंड व कोचाधामन प्रखंड से अच्छी खासी संख्या में मजदूर जम्मू कश्मीर में रोजगार के लिए रहते हैं । 4 - 5 अक्टूबर से जिस तरह से आतंकियों के निशाने पर सिर्फ बिहारी मजदूरों को निशाना बनाकर हत्या की जा रही है उस से डर के साये में बिहारी के

मजदूर हैं।

दूसरी तरफ सीमांचल सहित पूरे राज्य व देश के लोगों में आतंकियों के खिलाफ काफी आक्रोश है। रविवार को अररिया जिले के रानीगंज के 2 मजदूरों को आतंकियों ने गोली मारकर हत्या कर दी और एक मजदूर गंभीर रूप से घायल है जिसका इलाज अनंतनाग के अस्पताल में चल रहा है। जम्मू में इस तरह की घटना से लोगों में दहशत का माहौल है।

श्रम अधीक्षक से मांगा गया है मजदूरों का आंकड़ा: डीएम

डीएम डॉ आदित्य प्रकाश ने बताया कि जम्मू कश्मीर में आतंकियों द्बारा बिहारी मजदूरों की हत्या के बाद जिले के मजदूरों की स्थिति का आंकड़ा श्रम अधीक्षक से मांग गया है कि किशनगंज जिले के कितना मजदूर राज्य से बाहर मजदूरी कर रहे हैं। डीएम डॉ आदित्य प्रकाश ने कहा कि जम्मू कश्मीर में अभी तक किशनगंज के किसी मजदूरों के साथ कोई घटना की सूचना नहीं है। मजदूर को डरने व घबराने की जरुरत नहीं है।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें