मोटेरेबल बनाये रखने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों के सड़कों का निरीक्षण किया जा रहा है। महानंदा नदी, कनंकई नदी व कौल नदी के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए ग्रामीण कार्य विभाग की टीम ने गुरुवार को सड़कों का निरीक्षण किया। ग्रामीण सड़कों से लोगों की आवाजाही बनी रहे इसके लिए विशेष निर्देश दिए गए हैं।ग्रामीण कार्य विभाग कार्य प्रमंडल टू के कार्यपालक अभियंता उदय शंकर चौधरी ने बताया कि नदियों के बढ़ते जलस्तर से पथों की क्षति व कटाव पर विशेष ध्यान देने के लिए सहायक अभियंता व जेई को लगाया गया है। बाढ़ के बाद पथों की क्षति का अकलन किया जायेगा।
उन्होंने कहा कि दिघलबैंक,पोठिया,ठाकुरगंज में कनकई और महानंदा नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी से ग्रामीण पथों का ट्रैफिक रिस्टोरेशन बना रहे इसके लिए निरीक्षण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सभी सहायक अभियंता को निर्देश दिया गया है कि अपने अपने क्षेत्र में प्रखंड विकास पदाधिकारी से समन्वय करके हर जगह पानी का स्तर बढ़ने से बहुत सा सड़कों का फ्लैंक और कई जगह पर सतह भी क्षति हुआ है। हालांकि पथ मोटरेबल है फिर भी क्षति का आकलन करके और उसका स्थाई पुनस्र्थापन का भी प्राकलन तैयार करने हेतु निर्देश दिया गया है।
उन्होंने कहा कि जल स्तर में वृद्धि के कारण आवागमन को बहाल रखने हेतु नजर रखने और संवेदकों को मोटरेबल रखने हेतु निर्देश दिया गया है। ट्रैफिक रीस्टोरेशन के लिए हर जगह काम कराया जा रहा है। जहां पुल का कार्य स्थल है वहां डायवर्सन के लिए ब्रिकबैट्स वगैरह डाल के काम कराया जा रहा है ताकि यातायात बाधित ना हो । क्षति हुए सतह का आकलन बाढ़ के बाद करके उसका परमानेंट रीस्टोरेशन का स्वीकृति प्राप्त कराया जाएगा।